‘हरियाणा को ब्लैक फंगस इंजैक्शन देने से कंपनी का इंकार’

punjabkesari.in Friday, Jun 11, 2021 - 09:52 PM (IST)

चंडीगढ़,(अविनाश पांडेय): हरियाणा में ब्लैक फंगस इंजैक्शन की कमी दूर होने में अभी वक्त लग सकता है। वजह साफ है कि सरकार ने ग्लोबल टैंडर के जरिए जिस भारत बायोटैक कंपनी को 15 हजार इंजैक्शन देने के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी की थी उससे अब कंपनी मुकर गई है। मसलन कंपनी ने केंद्र सरकार के नियमों का हवाला देते हुए इंजैक्शन देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में अब हरियाणा सरकार को केंद्र से मिल रहे इंजैक्शन पर ही निर्भर रहना होगा। प्रदेश में करीब 1150 ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके हैं। जबकि 100 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। मरीजों की संख्या के हिसाब से प्रदेश में ब्लैक फंगस के इंजैक्शन की आपूॢत नहीं हो पा रही है। इससे पहले वैक्सीन के ग्लोबल टैंडर में भी हरियाणा को मायूसी हाथ लगी थी। 

 


प्रदेश में ब्लैक फंगस के एम्फोटेरिसिन बी के इंजैक्शन को लेकर खासी मारामारी है। इंजैक्शन की कमी को दूर करने के लिए पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने ग्लोबल टैंडर जारी किया था। जिसमें महाराष्ट्र की एकमात्र कंपनी शामिल हुई और उसने इंजैक्शन देने की हामी भरी। टैंडर प्रक्रिया के तहत हरियाणा ने उक्त कंपनी को 15 हजार इंजैक्शन का ऑर्डर दिया लेकिन सप्ताह भर की जद्दोजहद के बाद अब कंपनी ने इंजैक्शन देने से इंकार कर दिया है। कंपनी के इस रवैये से सरकार की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। हालांकि केंद्र की ओर से हर दूसरे दिन करीब 1000 हजार इंजैक्शन की खेप हरियाणा को मिलती है लेकिन मरीजों के हिसाब से वह बेहद कम है। 

 


‘हरियाणा ने केंद्र को 5 हजार इंजैक्शन देने का आग्रह किया था’ 
मरीजों की तादात बढऩे पर पिछले दिनों हरियाणा ने केंद्र को 5 हजार इंजैक्शन देने का आग्रह किया था लेकिन केंद्र की ओर से टुकड़ों में इंजैक्शन भेजे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अभी सरकार के स्टाक में काफी इंजैक्शन उपलब्ध हैं पर मरीजों को इंजैक्शन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। डाक्टरों की मानें तो ब्लैक फंगस के एक मरीज को हर रोज 4 इंजैक्शन देना जरूरी होता है। ऐसे में जिस तरह से प्रदेश में मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है उसको लेकर सरकार अब गंभीर नजर आ रही है।

ब्लैक फंगस इंजैक्शन की कमी को दूर करने के लिए पिछले दिनों ग्लोबल टैंडर के जरिए 15 हजार इंजैक्शन का ऑर्डर दिया गया था। लेकिन कंपनी ने टैंडर के बाद भी इंजैक्शन देने से इंकार कर दिया है। फिलहाल केंद्र से हर रोज इंजैक्शन की खेप मिल रही है और अब सरकार दूसरे स्रोतों से भी इंजैक्शन खरीदने की प्रक्रिया में जुटी हुई है। 
-अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा।
 


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News Editor

Vikash thakur

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