बायो माइनिंग के लिए कंपनी तैयार, रोजाना 1650 मीट्रिक टन कूड़े का होगा निस्तारण

Tuesday, Nov 05, 2019 - 11:03 AM (IST)

चंडीगढ़ (साजन): बीते कई साल से ड्डडूमाजरा डंपिंग ग्राऊंड में पड़े कूड़े की बदबू झेल रहे लोगों को जल्द राहत मिलने जा रही है। प्रशासन ने डंपिंग ग्राऊंड में जमा कचरे के पहाड़ के निस्तारण के लिए जिस कंपनी को काम सौंपा गया है, वह 6 नवम्बर से यहां प्लांट लगाने का काम शुरू करेगी। दिसम्बर में कूड़े को ठिकाने लगाने का काम शुरू किया जाएगा। 20 साल से यहां कूड़ा गिराया जा रहा है और 5 लाख मीट्रिक टन कूड़ा यहां जमा है। इसका काम नागपुर की कंपनी को सौंपा जा चुका है। लगभग 33 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट के तहत रोजाना 1650 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होगा।

 

लगातार होगी काम की समीक्षा
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के साथ 21 अक्तूबर को साइन हुए अलॉटमैंट कार्य और एग्रीमैंट के तहत इस प्रोजैक्ट को 540 दिन में पूरा करना है जिसकी लगातार समीक्षा की जाती रहेगी। इन दिनों में से भी 100 दिन बरसात में निकल जाएंगे। प्रोजैक्ट को लेकर सोमवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने मौजूद अधिकारियों और एजैंसी को अतिरिक्त प्रोसैस लाइन डालने के लिए कहा जिससे की खराब हो रही 25 एकड़ जमीन को फिर से प्राप्त किया जा सके। 

 

यू.टी. सचिवालय में बैठक के दौरान प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने तमाम हिदायतें दी। उन्होंने कहा कि कचरे की वजह से डड्डूमाजरा और आस-पास के सैक्टरों में रहने वाले लोगों को बदबू के साथ नारकीय जीवन झेलना पड़ा। बीमारियों से ये लोग परेशान रहे। बैठक में दिए गए प्रैजैंटेशन के दौरान प्रशासक ने कूड़े के निस्तारण के तरीके और उसके बायो माइनिंग के परिणामस्वरूप सामने आने वाले आर.डी.एफ. और सी.एंड.डी. के निस्तारण की विधि को भी समझा।

pooja verma

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