प्रो. पंजा लीग से प्लेयर्स को मिलेगा बड़ा प्लेटफार्म
punjabkesari.in Friday, Nov 06, 2020 - 10:10 PM (IST)

चंडीगढ़, (पाल) : किसी ने अपनी लाइफ में कभी कोई गेम खेला हो या नहीं लेकिन पंजा जरूर लड़ाया होगा। खासकर नार्थ के लोगों में यह बहुत कॉमन खेल है। यह ताकत दिखाने का सबसे कॉमन खेल है। यह कहना है एक्टर प्रवीन डबास का, वह आजकल प्रो. पंजा लीन की रिलॉन्चिंग में जुटे हुए हैं। प्रवीन बताते हैं कि मुझे याद है, जब दिल्ली में अपने कॉलेज में था। मेरे कजन दूसरे कॉलेज में थे। वह जब मुझसे मिलने आया करते थे, उस दौरान वह कॉलेज में अक्सर पंजा लड़ाया करते थे। यह एक नॉन वॉयलैंट खेल है, जिसमें किसी तरह का खून खराबा नहीं है। इसने मुझे शुरू से अपनी ओर अट्रैक्ट किया है।
मैं पिछले 4 साल से इस गेम को लेकर काम कर रहा हूं। इस फरवरी हमने प्रो. पंजा लीग शुरू की। यह ठीक वैसा है, जैसे हम लोग कबड्डी लीग आई.पी.एल. देखते हैं। 29 फरवरी को स्पोट्र्स मिनिस्टर और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने इसे लॉन्च किया था। इस दौरान देशभर से 250 से ज्यादा एथलीट यहां मौजूद रहे थे। लॉकडाउन की वजह से इसे रोकना पड़ा था, लेकिन एक बार फिर हम इसे दोबारा रिलॉन्च करने जा रहे हैं। लोगों को कबड्डी के बारे में पता है, लेकिन उसकी लीग शुरू होने से पहले उसके बेसिक रूल रेगुलेशन नहीं पता थे। पंजा लड़ाना हम सब बचपन से देखते आए हैं लेकिन लोगों को पता नहीं था कि इसके रूल रेगुलेशन हैं। इसकी बकायदा टर्मोनोलजी है। इंटरनैशनल लैवल पर यह गेम बहुत पॉपुलर है। जोकि प्रोफैशनल लीग में यह गेम खेलते हैं। पंजाब से कई बड़े प्लेयर इस लीग से जुड़े हैं। खास बात यह है कि इसमें लोकल प्लेयर को हिस्सा लेने का मौका मिलेगा।
आम आदमी का गेम है
प्रवीन ने बताया कि हर स्टेट से इस लीग में प्लेयर हिस्सा ले रहा है। मेरी खुद एक गांव की पैदाइश है। यह गेम आम आदमी का गेम है जिसे हम एक बड़े प्लेटफार्म के साथ उन्हें देने की कोशिश कर रहे हैं। इस गेम के लिए आपको किसी खास बड़े व इक्विपमैंट्स की जरुरत नहीं है। पुरुषों के साथ ही महिलाओं और स्पैशल लोगों की भी एक अलग कैटेगिरी होगी। इंडियन आर्म रैसलिंग फैडरेशन के साथ हमने टाईअप किया है। 8 शहरों में इसके प्रीमिलनरी होंगे। इसके बाद इसका फिनाले खेला जाएगा। लीग में सैलीब्रिटी का भी सपोर्ट रहेगा, लेकिन वह इस लीग में पार्टिसिपेट नहीं करेंगे। यह बिलकुल प्लेयर का गेम है।
डायरैक्शन में बिजी हूं
लास्ट ईयर वैब सिनेमा की बड़ी हिट्स में से एक रही था होस्टेजेस। उसका एक्सपीरियंस बहुत बेहतरीन था। इस सिनेमा की सबसे अच्छी बात यह है की हर कैरेक्टर का काम निखरकर सामने आता है लेकिन एक बात कहूंगा कि फिल्म मेकिंग, टी.वी. और वैब सीरीज तीनों ही प्लेटफोर्म अलग हैं। सबकी अपनी एक अलग पहचान है। मैं अच्छे काम की तलाश में रहता हूं। फिर चाहे मीडियम कोई भी हो। अपने अपकमिंग प्रोजैक्ट के बारे में प्रवीण ने बताया कि वह दूसरी बार डायरैक्शन में हाथ आजमा रहे हैं।