आने वाले टाइम में हॉकी, क्रिकेट जैसे प्रोमोट होंगे बिलियर्डस व स्नूकर

Sunday, Apr 28, 2019 - 12:17 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन):  ग्रासरूट पर अभी बिलियर्डस और स्नूकर अधिक प्रोमोट नहीं हुई हैं, लेकिन आने वाले टाइम में यह खेल भी हॉकी व क्रिकेट की तरह प्रमोट होगा। यह कहना है 8 बार के बिलियर्डस और स्नूकर वर्ल्ड चैंपियन व पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित गीत सेठी का। वह शहर में शुरू हुई एशियन बिलियर्डस और स्नूकर चैम्पियनशिप के उद्घाटन के मौके पर पंहुचे हुए थे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह खेल अभी मास स्पोर्ट्स नहीं हैं, लेकिन धीरे-धीरे काफी प्रोमोट हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि हैदराबाद व चेन्नई व दक्षिणी भारत में बिलियर्डस और स्नूकर के काफी पार्लर्स खुल चुके हैं। ऐसे में पहले 100 से 200 लोग खेलते थे, लेकिन 5 साल का आंकड़ा देखा जाए तो आज के टाइम में 20-25 हजार जूनियर व सीनियर स्तर पर खेल रहे हैं। ऐसे में अनुमान है कि आने वाले समय में यह खेल ग्रास रूट पर भी प्रमोट होगा। उन्होंने कहा कि हमारा कल्चर है कि सीनियर ने पदक जीता तो हमें भी जीतना है।

चैस को बढ़ाने में विश्वनाथन आनंद का विशेष योगदान
गीत सेठी ने कहा कि हर खेल को प्रसिद्ध करने के लिए बड़े खिलाडिय़ों का योगदान होता है। एक समय था कि चैस को कोई नहीं जानता था, लेकिन विश्वनाथन आनंद के इंटरनैशनल स्तर पर खिताब जीतने के बाद चैस आज के टाइम में एक बेहतरीन व प्रसिद्ध खेल बन चुका है।

ओलिंपिक गोल्ड क्वेस्ट खिलाडिय़ों को कर रही तैयार, उम्मीद है देश के लिए मैडल लाएंगे
गीत सेठी ने बताया कि ओलिंपिक गोल्ड क्वेस्ट अलग-अलग खेलों के 70 से ज्यादा खिलाडिय़ों को अपने स्तर पर प्रोमोट कर रहा है। इनको इंटरनैशनल स्तर खेल सुविधाएं दी जा रही हैं। मौजूदा समय के सीनियर खिलाडिय़ों के साथ प्रैक्टिस कर रहे यह खिलाड़ी देश के लिए तैयार हो रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ओलिंपिक 2024 और 2028 में ये खिलाड़ी देश के लिए मैडल जीतेंगे। 

अब फंड की दिक्कत नहीं
गीत सेठी ने बताया कि शुरूआत में हमें इसके लिए फंड इक्टठा करने में जरूर दिक्कत आई, लेकिन अभी हमारे पास फंड की दिक्कत नहीं है। स्पोंसर्स खुद खिलाडिय़ों को प्रमोट कर रहे हैं। गौरतलब है कि ओलिंपिक में देेश के खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा मैडल जीतें, इसके लिए साल 2010 में पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी गीत सेठी ने ओलिंपिक गोल्ड  वेस्ट नाम से एक संस्था बनाई थी। साल 2012 ओलंपिक में मैडल जीतने वाले 6 खिलाडिय़ों में 4 खिलाडिय़ों को ओलिंपिक गोल्ड क्वेस्ट ने प्रोमोट किया था।

मैच जीतने के लिए तकनीक के साथ अभ्यास की भी जरूरत
देश में सभी खेलों में सुधार हो रहा है। हमारा खेल इंफ्रास्ट्रक्चर दिन प्रतिदिन सुधर रहा है। हमारी कोचिंग ज्यादा सांइटिफिक हुई है, हमारे फिजिकल ट्रेनर, मेंटल ट्रेनर ज्यादा प्रोफैशनल हैं। अब सब खेलों का स्तर भी सुधर रहा है। मौजूदा समय में बदलती खेल तकनीक स्नूकर व बिलियर्ड्स खिलाडिय़ों के लिए कितनी महत्वपूर्ण है, इस सवाल के जबाव में गीत सेठी ने बताया कि तकनीक आपके खेल में सुधार के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, लेकिन मैच जीतने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा अभ्यास की जरूरत होती है। जो खिलाड़ी जितना ज्यादा खेल का अभ्यास करता है, उसके नतीजे उतने ही अच्छे होते हैं। अभ्यास से खिलाड़ी प्रैशर और टाइमिंग के साथ खेलना सिखता है। इसके अलावा बिलियर्ड्स खिलाडि़य़ों के लिए लॉंगर फार्मेट में खेलना भी पसंद आता हैं।

पंकज अडवाणी ने दूसरे दौर में किया प्रवेश
 वर्ल्ड चैम्पियन पंकज अडवाणी ने एशियन बिलियड्स चैम्पियनशिप में जीतकर टूर्नामैंट के अगले राऊंड में प्रवेश किया। सैक्टर-19 के यूनिटी सैंटर में बिलियर्ड एंव स्नूकर प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश और विदेशों से खिलाड़ी शिरकत कर रहे हैं। इसके मुकाबले 27 अप्रैल से 3 तीन मई तक खेले जाएंगे। प्रतियोगिता के पहले दिन रोचक मुकाबले देखने को मिले। इनमें 21 बार के  वर्ल्ड चैम्पियन पंकज अडवाणी ने अपने पहले ही वार्मअप मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए नेपाल के आयुष गौतम को 4-0 से मात दी। वहीं बिलियड्र्स में बड़ा उलटफेर करते हुए थाईलैंड के जोंग ने जूनियर नैशनल नंबर-1 शोएब शान को 4-2 से हराया।

bhavita joshi

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