चंडीगढ़ को मिलेगा बड़ा तोहफा, जल्द की बनेगा क्लाइमेट एन्वायरनमैंट एंड हैल्थ सैंटर

Wednesday, Oct 12, 2016 - 01:38 PM (IST)

चंडीगढ़ (रवि): चंडीगढ़ हैल्थ डिपार्टमैंट, मौसम विभाग, पंजाब यूनिवर्सटी और पंजाब इंजीनियरिंग कालेज वैक्टर बोर्न डिजिज के लिए अब वैज्ञानिक तरीके से मिलकर काम करेंगे। शहर में जल्द ही देश का पहला सैंटर फॉर क्लाइमेट एन्वायरनमैंट एंड हैल्थ बनने वाला है। यह सैंटर शहर में फैलने वाली सीजनल बीमारियों को रोकने के लिए मौसम की परिस्थितियों और एरिया की स्टडी करेगा। इसकी मदद से मौसम विभाग हैल्थ विभाग को पहले ही अलर्ट कर देगा कि किस तरह की बीमारियां फैलने के चांस ज्यादा होंगे, जिसके बाद हैल्थ डिपार्टमैंट वैक्टर बोर्न डिजीज को लेकर पहले ही अपने इंतजाम पुख्ता कर लेगा। बैक्टर बोर्न डिजीज के नोडल ऑफिसर डा. गौरव अग्रवाल ने बताया कि इसका सैंटर पंजाब इंजीनियरिंग कालेज और हैल्थ डिपार्टमैंट में बनाया जाएगा। 

डेंगू की स्थिति : इस वक्त शहर में डेंगू का प्रकोप तेजी पर है रोजाना प्राइवेट और गवर्नमैंट अस्पतालों में सैंकड़ों मरीज टैस्ट के लिए आ रहे हैं। हैल्थ विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद डेंगू मरीजों की संख्या नहीं थम रही। इस वक्त शहर में डेंगू का आंकड़ा 550 पर है। वहीं अगर चिकनगुनिया की बात करें तो इसका ग्राफ 78 पर है। डाक्टर्स की माने तो इस तरह का सैंटर बनने से इन बीमारियों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। साल 2011 के बाद यह पहला मौका है कि चिकनगुनिया ने शहर में एंट्री की है लेकिन इसके पीछे क्या वजह और किस तरह की कंडीशन है, इस सैंटर के बनने से इस तरह की कई बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकेगा। 

मौसम आधारित बीमारियों पर होगा नियंत्रण 
डेंगू, चिकगुनिया, डायरिया और हैपेटाइटिस ऐसी कुछ बीमारियां हैं, जो मौसम से संबंधित हैं। हर साल मौसम बदलते ही यह बीमारियां अपने पैर परासने शुरू कर देती हैं लेकिन इस सैंटर के बनने से डिपार्टमैंट लोगों को पहले ही आने वाली इन बीमारियों के प्रति सचेत करेगा। साथ ही इनकी रोकथाम के लिए पहले से काम शुरू कर देगा, जिससे इन बीमारियों पर कुछ हद तक नियंत्रण किया जा सकेगा।    

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