सिटको के घाटे में चल रहे होटल और आऊटलेट्स होंगे प्राइवेट पार्टियों के हवाले

Wednesday, Sep 05, 2018 - 09:54 AM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल डैवलपमैंट कॉर्पोरेशन (सिटको) को घाटे से बाहर निकालने के लिए इसके कई होटल व आऊटलेटों को प्राइवेट कंपनियों के हवाले किया जाएगा। सिटको के बोर्ड आफ डायरैक्टर्स की मंगलवार को हुई मीटिंग में यह अहम फैसला लिया गया। 

वहीं सिटको के हजारों मुलाजिमों के इंसेंटिव को भी दो प्रतिशत तक घटा दिया गया है। इसे 5 प्रतिशत से महज 3 प्रतिशत कर दिया गया है। मतलब अब सिटको के जो मुलाजिम ओवरटाइम के दौरान वेतन का पांच फीसदी अतिरिक्त राशि के तौर पर पाते थे, उसे घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया गया है। 

इस फैसले से एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि सिटको को प्राइवेट प्लेयर्स के हवाले करने की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं। सिटको के शहर में तीन होटल हैं। कई जगह पर आऊटलेट चल रहे हैं। एक आध को छोड़ दें तो सभी जगह कॉर्पोरेशन को जबरदस्त घाटा सहन करना पड़ रहा है। मीटिंग में होटल्स और आऊटलेट को प्राइवेट पार्टियों को रेंट पर देने पर चर्चा की गई। 

कर्मचारियों के इंसेंटिव दो फीसदी कम करने पर सहमति बन गई है। बोर्ड द्वारा सभी लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों पर जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। प्रशासन में सिटको बोर्ड ऑफ डायरैक्टर की मीटिंग में शिवालिक व्यू, माऊंट व्यू सहित इसके कई आऊटलेट को रेंट पर देने पर प्रस्ताव रखा गया। होटल्स को रेंट पर देने के लिए लिए एक एजैंडा तैयार किया जाएगा। टैंडर निकाले जाएंगे। अधिक बोली लगाने वाले को टैंडर अलॉट किया जाएगा। कर्मचारियों का दो फीसदी इंसेंटिव घटाने पर भी सहमति बन गई है। 

सुझाया था फार्मूला :
सिटको को घाटे से उबारने और कर्मचारियों का इंसेंटिव घटाने का फार्मूला तैयार करने के लिए एक सप्ताह पहले यू.टी. प्रशासन में सिटको के प्रबंधतंत्र और कुछ बड़े कर्मचारियों की एक हाईलेवल मीटिंग हुई थी। दोनों पक्षों ने अपना फार्मूला सुझाया था। 

यह सहमति बनी थी कि विभागीय टीम सिटको के सभी प्रतिष्ठानों के आय और व्यय का आंकलन करेगी। दोनों की सहमति पर इंसेंटिव घटाने का निर्णय लिया जाएगा। इस निर्णय से सिटको में ओवरटाइम काम करने वाले करीब 400 कर्मचारी प्रभावित होंगे।

Priyanka rana

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