सिटको फाइव स्टार होटल माऊंट व्यू के 86 कमरों की करा रहा रैनोवेशन

Thursday, Jun 27, 2019 - 10:40 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिज्म डिवैल्पमैंट कार्पोरेशन (सिटको) अपने सैक्टर-10 स्थित फाइव स्टार होटल माऊंट व्यू के 86 कमरों की रैनोवेशन करने जा रहा है। प्राइवेट होटलों को टक्कर देने के लिए बोर्ड ऐसा कर रहा है। रैनोवेशन पर 89 लाख रुपए के करीब खर्च किया जाएगा। 

बुधवार को यू.टी. होम सेक्रैटरी अरुण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बोर्ड ऑफ डायरैक्टर्स की मीटिंग में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। ऐसा भी तब किया जा रहा है जब सिटको की आर्थिक हालत बेहद नाजुक है। बोर्ड द्वारा 25 लाख रुपए के करीब राशि 86 कमरों के पर्दों पर खर्च की जाएगी, जो सभी कमरों के सामने ऊपर की तरफ लगते हैं। 

इसके अलावा इनमें सिंगल साइड विंडो है, जिनमें चार से अधिक पर्दे नहीं लगते हैं। इन कमरों की रेनोवशन पर 25 लाख रुपए की लेबर कॉस्ट भी आएगी। इनमें एक टू सीटर सोफा और दो सिंगल सीटर सोफा भी शामिल है। इसमें लेबर के साथ ही साथ के अन्य कार्य भी शामिल है। साथ ही टेपेस्ट्री क्लॉथ भी 13.23 लाख रुपए में खरीदे जाएंगे।

पिछले साल टैंडर करना पड़ा था कैंसल :
पिछले वर्ष भी सिटको ने होटल के कमरों की रेनोवेशन करने का फैसला लिया था, लेकिन कई अनियमितताओं के चलते सिटको ऐसा नहीं कर पाया था और सिटको को टैंडर कैंसल करना पड़ा था। जो टैंडर जारी किया गया था, उसमें काम की प्रस्तावित लागत नहीं बताई गई थी। एजैंसी का टैक्नीकल एक्सपीरियंस और कैपबिलिटी भी नहीं बताई गई। 

सेल डिपो के लिए रिवाइज्ड पॉलिसी भी रखी :
साथ ही बोर्ड ऑफ डायरैक्टर्स ने इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित सेल डिपो की रिवाइज्ड पॉलिसी को भी अप्रूव कर दिया। सिटको सेल डिपो का बिजनैस वर्ष 1982 से चला रहा है और चंडीगढ़ और मोहाली में 100 के करीब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को वायर रोडस और हॉट रोल्ड कोइल्स प्रदान कर रहा है। 

पिछले साल जो पॉलिसी अप्रूव की गई थी, वह फेल साबित हुई। उससे डिपो के सेल और प्रॉफिट में काफी कमी आई। रिवाइज्ड पॉलिसी में कम ब्याज दरें जारी की गई है। साथ ही इसमें अन्य इंसैंटिव ऑफर्स भी दिए गए हैं, ताकि सेल के लॉस कम किए जा सके। सिटको चंडीगढ़ और मोहाली के उद्यमों के लिए वायर रोडस और हॉट रोल्ड कोइल्स प्रदान कर रहा है। 

लगातार घाटे में जा रहा है सिटको :
आर्थिक हालात खराब होने के कारण यहां से मुलाजिम भी निकाले जा रहे हैं। खासतौर से ठेके या आऊटसोर्सिंग पर लगाए गए मुलाजिमों की छुट्टी की जा रही है। मुलाजिमों का विभाग ऑडिट भी करा रहा है ताकि पता चल सके कि कहां जरूरत से ज्यादा मुलाजिम हैं। इन्हें शिफ्ट करने या निकाले जाने की योजना है। इसके आर्थिक हालात ठीक करने का कई मर्तबा प्लान बना लेकिन कभी सिरे नहीं चढ़ पाया। खुद प्रशासन सिटको की बड़ी राशि नहीं दे रहा है। 

प्रॉपर्टी टैक्स का चैक हो गया था बाऊंस :
सिटको की हालत क्या हो गई है, ये हाल ही में सिटको की ओर से जारी एक चैक से पता चलती है। सिटको के सैक्टर-17 स्थित होटल शिवालिक व्यू के जनरल मैनेजर ने करीब सात लाख रुपए का म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के नाम एक चैक तो जारी कर दिया लेकिन जब ये अकाऊंट में लगाया गया तो पता चला कि अकाऊंट में तो पैसा ही नहीं है। 

निगम के अधिकारी तुरंत हरकत में आए और उन्होंने होटल शिवालिक व्यू के जनरल मैनेजर को इसको लेकर 19 जून को एक पत्र लिख दिया। यही नहीं केवल यही राशि नहीं बल्कि पिछले साल की प्रॉपर्टी टैक्स की रकम भी होटल शिवालिक व्यू अभी तक जमा नहीं करा पाया है। निगम ने सिटको के होटल शिवालिक व्यू से प्रापर्टी टैक्स के रूप में 7 लाख 66 हजार 485 रुपए की रकम लेनी थी। 

जनरल मैनेजर की ओर से संपर्क सैंटर में चैक जमा कराया गया। संपर्क सैंटर में जमा चैक नंबर 069643, 14 मई 2019 को जारी हुआ था। जब यह चैक लगाया गया तो पता चला कि होटल के बैंक अकाऊंट में तो पैसा ही नहीं है। इतना ही नहीं, संपर्क सैंटर में जो कैलकुलेशन शीट बनी उसके मुताबिक होटल पर बीते साल का भी लाखों रुपए का प्रापर्टी टैक्स बकाया है।

Priyanka rana

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