महर्षि कश्यप के जीवन पर शोध के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में स्थापित की जाएगी चेयर: मनोहर लाल

punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2022 - 07:59 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल में आयोजित महॢष कश्यप जयंती समारोह के दौरान भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कश्यप समाज के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि महॢष कश्यप के जन्मोत्सव को रिस्ट्रिक्टेड अवकाश की लिस्ट में शामिल किया जाएगा। महॢष कश्यप की जीवनी पर शोध के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में महॢष कश्यप चेयर स्थापित की जाएगी जिसके लिए इस वर्ष 15 लाख की राशि विश्वविद्यालय को दे दी जाएगी। करनाल सैक्टर-14 का चौक महॢष कश्यप के नाम से होगा तथा जुंडला राजकीय कालेज का नाम महॢष कश्यप के नाम पर रखा जाएगा। मनोहर लाल ने कहा कि महॢष कश्यप की जयंती हर साल ऐसे ही राज्य स्तरीय समारोह आयोजित करके मनाई जाएगी तथा उनके नाम पर एक अंत्योदय कौशल रोजगार केंद्र भी खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कश्यप समाज की 4 धर्मशालाओं करनाल, कुरुक्षेत्र, बिलासपुर और सफीदों के लिए 44 लाख रुपए अनुदान की घोषणा की। हर जिले में एक अंत्योदय कौशल विकास केंद्र खोला जाएगा। 

 


महॢष कश्यप का प्रेरणादायक व्यक्तित्व सदैव करता रहेगा मानव जाति का मार्गदर्शन 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि मुनिराज कश्यप महान परोपकारी और प्रजापालक थे और उन्होंने समाज को एक नई दिशा देने के लिए स्मृति ग्रंथ और कश्यप संहिता जैसे महान ग्रंथों की रचना की। ऐसे महान ऋषि का प्रेरणादायक व्यक्तित्व मानव जाति का सदैव मार्गदर्शन करता रहेगा। मनोहर लाल ने कहा कि कश्यप समाज का इतिहास प्राचीन काल से ही गौरवपूर्ण रहा है। इस समाज ने रामायण काल में निषाद जैसे बलशाली राजा दिये। राजा निषाद ने ही वनवास के समय प्रभु श्री रामचंद्र जी को अपने यहां आश्रय दिया था। भक्त प्रहलाद भी इस समाज की देन हैं। इस समाज के लोग साहसी, वीर, परिश्रमी और स्वाभिमानी हैं और लोगों में अपार क्षमताएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुषों की जयंतियां राज्य स्तर पर मनाने की पहल हरियाणा सरकार ने की है। 

 

 

मिशन अंत्योदय के तहत गरीब परिवारों का उत्थान 
मनोहर लाल ने कहा कि ‘इस वर्ष को हम अंत्योदय उत्थान वर्ष के रूप में मना रहे हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री ‘अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की है। इसके तहत सबसे गरीब परिवारों की पहचान करके उनकी वाॢषक आय कम से कम 1.80 लाख रुपए की जाएगी। अब तक एक लाख रुपए से कम वाॢषक आय वाले लगभग 2 लाख 49 हजार परिवारों की पहचान की गई है। योजना के तहत दो चरणों में 156 स्थानों पर 570 मेला दिवस आयोजित किए गए, जिनमें 1 लाख 22 हजार परिवार शामिल हुए। अब इसका तीसरा चरण चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गरीबों को मुफ्त चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत 28 लाख से अधिक व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। गरीब परिवार 631 सूचीबद्ध अस्पतालों में अपना इलाज करवा सकते हैं। इसके लिए 434 करोड़ रुपए की प्रतिपूॢत की जा चुकी है। 
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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