मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तेजी से क्रियान्वयन को 6 विभागों की संयुक्त टीम गठित

punjabkesari.in Thursday, Jul 01, 2021 - 09:23 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): हरियाणा में सबसे गरीब परिवारों के आॢथक उत्थान के उद्देश्य से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना (एम.एम.ए.पी.यू.वाई.) के तहत चिन्हित अति गरीब परिवारों को उनकी पसंद का रोजगार मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रशासनिक सचिवों को 6 विभागों की एक संयुक्त टीम गठित करने का निर्देश दिया है। 


मुख्यमंत्री ने आज यहां मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के संबंध में प्रशासनिक सचिवों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस संयुक्त टीम में 6 मुख्य विभागों जैसे विकास एवं पंचायत विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग और ग्रामीण विकास विभाग में से एक-एक सदस्य शामिल होना चाहिए। 


मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि इस टीम में शामिल प्रत्येक विभाग को अपने विभाग की प्रमुख योजनाओं की विस्तृत सूची बनानी चाहिए ताकि चिन्हित परिवारों के सदस्यों को इनकी बारीकी से जानकारी दी जा सके। 


‘50,000 रुपए से कम आय वाले 30,000 गरीब परिवारों की पहचान’
मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आय सत्यापन के आधार पर अब तक राज्य में सबसे कम आय वाले 30,000 गरीब परिवारों की पहचान की गई है, जिनकी आय 50 हजार रुपए से कम है। इनका डाटा संबंधित विभागों के साथ सांझा किया जा चुका है। इसलिए अब इन परिवारों के सदस्यों तक व्यक्तिगत रूप से पहुंचने के लिए समॢपत प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष सबसे कम आय वाले ऐसे एक लाख गरीब परिवारों के आॢथक उत्थान का लक्ष्य रखा है।

 


‘प्राथमिकता के आधार पर परिवारों की व्यक्तिगत प्रोफाइङ्क्षलग की जाए’
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 6 सदस्यीय टीम के सदस्य चिन्हित एवं सत्यापित परिवारों के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से संवाद करने के लिए ब्लॉक स्तर पर विशेष शिविर आयोजित करें। ऐसे सभी परिवारों के लिए एक प्रश्नावली भी तैयार की जानी चाहिए, जिसमें राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही 30 प्रमुख योजनाओं की जानकारी भी दर्ज हो। संवाद के दौरान ऐसे परिवारों से प्रश्नावली के जवाब लिए जाएं, जिनसे उनकी किस कार्य में अधिक रुचि है, इसका पता लगाया जा सके और इन जवाबों के आधार पर टीम के सदस्य आय बढ़ाने की योजना को अंतिम रूप देने की दिशा में पहल करें। इसके अलावा इन 30 योजनाओं के जानकारीयुक्त पैम्फलेट भी इन परिवारों में वितरित किए जाएं ताकि उनमें जागरूकता बढ़ाई जा सके। इसके अलावा संवाद सत्र के दौरान परिवारों को स्किङ्क्षलग कोर्स के बारे में भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि परिवारों से ली गई जानकारी के आधार पर उनके पसंद के काम के अनुसार परिवारों की अलग से सूची भी बनाई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो परिवार पहले से कोई काम कर रहे हैं, जिसमें उनकी आय कम है, तो उसी कार्य में उनकी आय किस प्रकार बढ़ाई जा सकती है, इस पर प्राथमिकता दी जाए। 


‘जोनवार समितियां गठित करें’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय की भावना के साथ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए राज्य सरकार एम.एम.ए.पी.यू.वाई. क्रियान्वित कर रही है। इसलिए इस योजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए 6 सदस्यीय टीम के अलावा जोनवार समिति भी गठित की जानी चाहिए। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय टास्क फोर्स पहले ही गठित की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इन टीमों के प्रत्येक सदस्य को अंत्योदय की भावना के साथ राज्य के सबसे गरीब एक लाख परिवारों की पहचान करने के साथ-साथ उनका आॢथक उत्थान सुनिश्चित करने के लिए कार्य करना चाहिए। 
 


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News Editor

Vikash thakur

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