कैमीकल कंपनी आग मामला : मालिक, डायरैक्टर पर केस, लापता वर्कर का नहीं चला पता

Friday, Jul 12, 2019 - 10:16 AM (IST)

डेराबस्सी(गुरप्रीत) : बुधवार को मुबारिकपुर रोड पर स्थित पंजाब कैमीकल्ज एंड क्रोप प्रोटैक्शन लिमिटेड (पी.सी.सी.पी.एल.) नामक कैमीकल कंपनी के प्लांट में आग लगने के बाद हुए धमाकों में दो वर्करों की मौत और एक के लापता होने की घटना पर पुलिस ने फैक्टरी मालिक, डायरैक्टर के खिलाफ लापरवाही बरतने का केस दर्ज कर लिया है। 

पुलिस ने हादसे में मृतक सुखविंद्र सिंह उर्फ बंटी निवासी गांव बिजनपुर के पिता पवन कुमार की शिकायत पर कंपनी के डायरैक्टर अवतार सिंह सैनी को नामजद कर लिया है जबकि बाकी आरोपियों के नाम सामने के आने बाद उनको नामजद किया जाएगा। इस हादसे में करीब 10-12 कर्मी घायल हो गए थे। इनमें से 7 वर्कर अब भी चंडीगढ़, मोहाली व पंचकूला के अलग-अलग निजी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। बाकी घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद छुट्टी दे दी गई थी। घायलों में से दो की हालत नाजुक बताई जा रही है। 

फैक्टरी मालिकों ने पहले के हादसों से नहीं लिया कोई सबक :
फैक्टरी प्रबंधकों की लापरवाही के कारण पहले भी आग लगने के कई हादसे हो चुके हैं लेकिन प्रबंधकों ने कोई सबक नहीं लिया। अब प्रबंधकों की लापरवाही के कारण दो कर्मियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। वहीं, इस हादसे के बाद लापता वर्कर रिक्की का दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका। पुलिस को मलबे से उसका शव नहीं मिला।

रिएक्टर फटने के कारण हुआ था हादसा :
बुधवार देर शाम आग बुझने के बाद मलबे में से मिले शव की पहचान लापता रवि कुमार निवासी बिजनपुर के रूप में की गई है। अभी भी एक ओर लापता रिक्की (30) निवासी गांव बतौड़, बरवाला हरियाणा का पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस वीरवार को सारा दिन लापता रिक्की की तलाश में जुटी रही। रिक्की के परिवार में पत्नी व तीन बच्चे हैं। 

कंपनी के रिकार्ड में पता चला है कि रिक्की हैल्पर था। बुधवार सुबह ड्यूटी पर आया था और हादसे के समय पर वह अंदर ही था। इसके बाद से उसका पता नहीं चल सका है। पुलिस को शक है कि रिक्की की भी मौत हो चुकी है। पुलिस सारा दिन मलबे में तलाश करती रही। मृतक सुखविंद्र सिंह उर्फ बंटी, रवि व लापता रिक्की तीनों प्लांट की तीसरी मंजिल पर रिएक्टर के पास काम कर रहे थे, जो आग लगने के बाद फट गया था। 

मृतक के पिता ने कराया केस दर्ज :
थाना प्रभारी सहायक इंस्पैक्टर सतिंद्र सिंह ने बताया कि मृतक के पिता पवन कुमार ने अपने बयान में बताया कि उसका 23 वर्षीय बेटा सुखविंद्र सिंह बीते बुधवार सुबह सात बजे घर से फैक्टरी गया था। साढ़े बारह बजे उनको पता लगा कि कंपनी में भयानक आग लग गई है। 

मौके पर जाकर देखा तो उनके बेटे समेत मौके पर काम कर रहे कई वर्कर गंभीर रूप से घायल थे। उनके बेटे को घायल अवस्था में पंचकूला के सैक्टर-26 एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। शिकायतकर्ता ने अपने ब्यान में कहा कि हादसा फैक्टरी के ए.सी.एफ. प्लांट में लगे रिएक्टर की सेफ्टी पिन को समय पर न जांचने के कारण हुआ है।       

जवाबदेही से बचते रहे मैनेजमैंट के लोग :
जानकारी के अनुसार घायलों में मनप्रीत सिंह निवासी गांव पंडवाला, अक्षय निवासी नया गांव जिला पंचकूला, मनदीप निवासी लुधियाना को पंचकूला सैक्टर-26 के निजी अस्पताल में दाखिल है। इसके अलावा धर्मजीत सिंह व जसबीर सिंह निवासी गांव पंडवाला मोहाली को एक निजी अस्पताल, चंद्र पाल व सचिन को सैक्टर-34 चंडीगढ़ के निजी अस्पताल में दाखिल है। 

पुलिस की ओर से नामजद किए फैक्टरी डायरैक्टर अवतार सिंह व अन्य मैनजमैंट के लोग वीरवार को खुलेआम फैक्टरी में घूमते रहे। मीडियाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर डायरैक्टर व मैनेजमैंट के लोगों की तस्वीरें लेने की कोशिश की तो डायरैक्टर अवतार सिंह व अन्य अपनी गाड़ी में मौके से फरार हो गए। 

बुधवार को घटना को कवर करने पहुंचे पत्रकारों के साथ कंपनी प्रबंधकों ने बदसलूकी करते हुए उनको अंदर दाखिल होने से रोक दिया था। जब मीडियाकर्मी अंदर दाखिल हो गए तो उनका कैमरा छीनने की कोशिश की गई। वीरवार को भी मीडियाकर्मियों को अंदर जाने से रोका गया।

Priyanka rana

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