छत्रपति हत्याकांड : न्याय दिलवाने में फिर नायक बने डागर

punjabkesari.in Saturday, Jan 12, 2019 - 11:29 AM (IST)

चंडीगढ़(पांडेय) : छत्रपति हत्याकांड में डेरा प्रमुख सहित चार आरोपियों को दोषी करार दिलवाने में कड़ी जोडऩे वाले सी.बी.आई. के जांच अधिकारी एवं डी.एस.पी. सतीश डागर एक बार फिर नायक की भूमिका में सामने आए हैं। 5 वर्षों की जांच में डागर की डगर में तमाम कांटे थे जिसे एक-एक कर निकालते रहे।  

दबंग अफसर के तौर माने जाने वाले सतीश डागर ने डेरामुखी के तीनों मामलों में जांच की थी और वह अंजाम तक ले जाने के लिए प्रयत्नशील रहते थे। यही कारण है कि जांच में एकत्र सबूतों और साक्ष्यों के जरिए ही जहां यौन प्रकरण में 20 वर्ष की सजा हुई वहीं अब छत्रपति हत्याकांड में भी परिवार को भी न्याय मिला है। 

डेरा प्रमुख के खिलाफ साध्वी यौन शोषण प्रकरण और छत्रपति हत्याकांड की जांच करना सी.बी.आई. के लिए मुश्किल काम था। तमाम झंझावातों और आरोपों को झेलते हुए सी.बी.आई. ने दिसम्बर 2002 से जांच प्रक्रिया शुरू की थी जो 5 सालों की लंबी मशक्कत के बाद 30 जुलाई 2007 को पूरी हो सकी थी। छत्रपति हत्याकांड में सी.बी.आई. के तत्कालीन डी.एस.पी. सतीश डागर ने जांच में सबसे पहले डेरामुखी को साजिश का सूत्रधार बनाया था। 

डेरा प्रमुख के सभी मामलों की जांच करने वाले डागर ने करियर डी.एस.पी. से शुरू किया था, जहां एडिशनल एस.पी. और अब दिल्ली में एस.पी. का कार्यभार देख रहे हैं। छत्रपति हत्याकांड में डेरामुखी सहित चार आरोपियों को दोषी करार दिए जाने के बाद कोर्ट में सतीश डागर और एच.पी.एस. वर्मा ने कानून पर भरोसा जताया।


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Priyanka rana

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