चन्नी का पलटवार: मेरा एनकाऊंटर करवा लो, यह सब करने की जरूरत नहीं

punjabkesari.in Wednesday, May 31, 2023 - 10:00 PM (IST)

चंडीगढ़,(अश्वनी): मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को कटघरे में खड़े करने पर पलटवार करते हुए चन्नी ने कहा है कि यह सब करने की जरूरत नहीं हैं। मेरा एनकाऊंटर ही करवा लो। सरकारें क्या नहीं करती हैं। आपको सब तरफ चन्नी ही दिखाई दे रहा है। बुधवार को पंजाब कांग्रेस भवन में बातचीत करते हुए चन्नी ने मुख्यमंत्री से कहा कि जबसे आरोप लग रहे हैं, तब से उनके घर में रोटी पकनी मुश्किल हुई पड़ी है। चन्नी ने कहा कि वह 7 बहन-भाई हैं। साला-साली हैं। कुल 9 घर हैं। इन आरोपों के कारण सभी एक-दूसरे से पूछ पड़ताल करने लगते हैं। चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास अगर शिकायत आई है तो पुलिस सेे जांच करवाओ। मामले को सनसनीखेज मामला बनाने की जरूरत नहीं है। चन्नी ने कहा कि आरोप लगाने वाले जिस युवक के मामले को दो बार हाईकोर्ट ने ठुकरा दिया, उसे कौन मुख्यमंत्री नौकरी देगा। 

 

 

 


चन्नी ने यह भी कहा कि आरोप लगाने वाले को नौकरी क्यों दी जाए क्योंकि ऐसे पंजाब में हजारों युवक हैं। उस पर युवक के पास तो डी ग्रेड है। चन्नी ने कहा कि मेरे पास बी प्लस है। मेरा बेटा फुटबाल प्लेयर है और उसके पास बी प्लस ग्रेड है लेकिन उसे तो नौकरी दी नहीं। चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी वार्ता में यह कहा कि चन्नी ने युवक से कहा कि क्यों दें नौकरी, क्या तू ओलिम्पिक खेला हुआ है। चन्नी ने कहा कि यह सही है कि कांग्रेस ने ओलिम्पिक वाले को ही नौकरी दी है। उनसे जाकर पूछना चाहिए कि चन्नी ने क्या पैसे लिए। चन्नी ने कहा कि जिन्हें नौकरी दी गई, उनसे तो पूछा नहीं जा रहा लेकिन जिसे नौकरी नहीं दी, उसे झूठ बोलने के लिए खड़ा कर लिया। चन्नी ने कहा कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह ने या उन्होंने किसी को नौकरी नहीं दी तो कमी होने के कारण ही नौकरी नहीं दी गई होगी। 
 

 

 

 

-मेरा परिवार बदनाम किया जा रहा है
चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे कि वह सबको अंदर भेजेंगे जबकि अभी तक कोई इंक्वायरी नहीं करवाई। सच-झूठ का पता नहीं किया लेकिन स्टेज पर ही यह कह दिया कि युवक को नौकरी दी जाएगी। चन्नी ने कहा कि यह सबकुछ मेरे परिवार को बदनाम करने की साजिश है। पूरी कांग्रेस पर निशाना साधा जा रहा है। जब से सरकार आई है, मानसिक उत्पीडऩ हो रहा है। कभी-कभी विधानसभा में कहते हैं कि चन्नी कहां भाग गया। फाइलें दिखानी है लेकिन अब 6-7 महीने से आया हुआ हूं तो आज तक कोई फाइल नहीं दिखाई। चन्नी ने कहा कि मैं तो गुरु व जनता पर विश्वास करता हूं। झूठे इल्जाम पहले भी लगते रहे हैं और आज भी लग रहे हैं। चन्नी ने कहा कि बेशक उनका पूरा परिवार अंदर भेज दिया जाए लेकिन वह नाक नहीं रगडेंग़े।
 

 

 

 

मुख्यमंत्री ने पहले कहा भांजा, फिर कहा भतीजा
चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहले अपनी बयानबाजी में भांजे की बात कही और अब भतीजे का जिक्र कर रहे हैं। चन्नी ने कहा कि जश्न उनका भतीजा है, जिसकी पूरी फैमिली डाक्टर है। इस तरह के आरोप लगाकर परिवार को बदनाम किया जा रहा है। जश्न केवल शपथ ग्रहण समारोह में आया था, दोबारा कभी नहीं आया। 
 

 

 

 

-सवा साल में भगवंत मान के पास नहीं गया होगा आरोप लगाने वाला
चन्नी ने कहा कि आरोप लगाने वाले के मुताबिक वह पहले कै. अमरेंद्र सिंह के पास गया और बाद में मेरे पास आया लेकिन नौकरी नहीं मिली। ऐसे में क्या सवा  साल में वह भगवंत मान के पास नहीं गया होगा। चन्नी ने कहा कि युवक गया होगा और तभी नौकरी देने की बात कहते हुए यह सबकुछ करने को कहा गया होगा। चन्नी ने कहा कि आरोप लगाने वाला पहले कोर्ट में गया था ताकि पंजाब पब्लिक सॢवस कमीशन के जरिए नौकरी मिले। कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि याचिकाकर्ता स्पोटर््स कोटे में नहीं आता है। आरोप लगाने वाला हाईकोर्ट चला गया लेकिन हाईकोर्ट ने अपील रद्द कर दी। चन्नी ने कहा कि उनके साथ तो सैकड़ों लोगों की तस्वीर हैं, इसलिए संभव है कि युवक की तस्वीर भी होगी लेकिन मैंने किसी भी युवक को जश्न से मिलने की बात नहीं की।
 

 

 

 

-चन्नी के भतीजे जश्न ने कहा, वह युवक को कभी नहीं मिला
बातचीत के दौरान चन्नी के भतीजे जश्न ने कहा कि वह युवक को कभी नहीं मिला। इसलिए यह नहीं पता कि युवक झूठे इल्जाम क्यों लगा रहा है। उधर, चन्नी ने कहा कि उनकी वर्किंग में जश्न का कोई रोल नहीं रहा।
 

 

 

 

-परगट सिंह ने किया चैलेंज, क्लास वन ऑफिसर की नौकरी देकर दिखाएं मुख्यमंत्री
पूर्व खेल मंत्री परगट सिंह ने कहा कि जिस युवक के साथ बैठकर मुख्यमंत्री नौकरी संबंधी दावा कर रहे हैं, उसे क्लास वन श्रेणी की नौकरी मिल नहीं सकती। परगट ने कहा कि हरभजन सिंह, अमनदीप कौर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, लेकिन इल्जाम लगाने वाला युवक तो प्लेइंग इलैवन में भी नहीं है। पंजाब में इस श्रेणी के 2 हजार प्लेयर होंगे। अगर इसे नौकरी दी गई तो सबको नौकरी देनी पड़ेगी। वरना हाईकोर्ट में रिट हो जाएगी। परगट सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस मामले में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह मुख्यमंत्री के स्तर की बात नहीं है। बेवजह मामले को सनसनीखेज बनाया जा रहा है। परगट सिंह ने कहा कि उनका चैलेंज है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने 4 साल के कार्यकाल में ऐसे युवकों को नौकरी देकर दिखाएं।
 

 

 

 

-नेता विपक्ष बोले, अगर कोई बात है तो मुख्यमंत्री लें एक्शन
नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री के पास कोई तथ्य है, तो वह एक्शन लें। बाजवा ने निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अब तक लालचंद कटारूचक्क के मामले में क्या एक्शन लिया। बाजवा ने पूर्व मंत्री सरारी पर भी सवाल उठाया कि उस मामले में मुख्यमंत्री ने क्या एक्शन लिया।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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