स्पैशल ओलिम्पिक : ऑस्ट्रिया में लहराया भारत का परचम, बना चंडीगढ़ की शान
punjabkesari.in Sunday, Apr 02, 2017 - 10:56 AM (IST)

चंडीगढ़, (लल्लन यादव): ऑस्ट्रिया हुई स्पैशल ओलिम्पिक वल्र्ड विंटर फ्लोर हॉकी प्रतियोगिता में ट्राईसिटी के रहने वाले शिवम कुमार गुप्ता ने टीम के लिए स्वर्ण पदक जीता है। शिवम चंडीमंदिर के आशा संस्थान का छात्र है। शिवम स्पैशल ओलिम्पिक भारत-चंडीगढ़ चैप्टर का एथलीट है। ऑस्ट्रिया में हुई प्रतियोगिताओं के विभिन्न आयोजनों में हिस्सा लेने के लिए भारत के करीब 90 एथलीट चुने गए थे। इसमें ट्राईसिटी का शिवम कुमार एकमात्र खिलाड़ी था जिसे चुना गया था। शिवम ने अपनी जीत का श्रेय स्पैशल ओलिम्पिक के स्पोर्ट्स डायरैक्टर डा. अनिल कुमार व एरिया डायरैक्टर नीलू सरीन को दिया। शिवम ने बताया की 2015 से ही उन्होंने फ्लोर हॉकी खेलना शुरू की थी, जिसमें उन्होंने प्रैक्टिस भवन विद्यालय सैक्टर-27 व चंडीमंदिर में की। डायरैक्टर ने बताया कि शिवम के बेहतरीन खेल की बदौलत खेल मंत्रालय ने प्रत्येक खिलाड़ी को 5-5 लाख रुपए बतौर पुरस्कार देने की घोषणा की है। शिवम कुमार ने बताया की अब उनका ध्यान वर्ल्ड समर गेम्स स्पैशल ओलिम्पिक पर है।
टीम के लिए भारतीय कैंप में चुने गए दो खिलाड़ी:
एरिया डायरैक्टर नीलू सरीन ने बताया की कसौली में खेली गई नैशनल चैम्पियनशिप में में बेहतरीन प्रदर्शन करने के कारण शिवम कुमार व हार्दिक पाहवा का चयन भारतीय कैंप में किया गया था। चयन के बाद दोनों का खिलाडिय़ों का कैंप जुलाई में सिंकदराबाद व दूसरा दिसम्बर में जमशेदपुर में लगा था लेकिन अंतिम समय में हार्दिक का टीम में चयन नहीं हो पाया। शिवम के बेहतरीन प्रर्दशन की बदौलत टीम में चुना गया। उन्होंने बताया की पूरे कैंप में भारत से करीब 25 खिलाडिय़ों का चयन हुआ था।
बचपन से ही खेल की तरफ आकर्षित :
शिवम की मां मंजू ने बताया की भले ही शुरू से ही शिवम को बोलने में मुश्किल होती थी लेकिन जब से इसने खेल की तरफ भागने लगा तो बोलने में भी थोड़ी सुधार हुआ। उनकी माता ने बताया की शिवम को बचपन से ही खेल में काफी शौक था। शिवम नैशनल फुटबाल प्रतियोगिता में भी टीम का हिस्सा रहा है और रजत पदक जीता था। 2016 नैशनल बास्केटबाल चैम्पियनशिप में भी शिवम ने कांस्य पदक जीता है। उन्होंने कहा शिवम स्टेट स्तर के एथलीट चैम्पियनशिप में भी 2 बार स्वर्ण पदक जीत चुका है। उनकी माता का कहना है कि सरकार की ओर से इन स्पैशल बच्चों के लिए भी नौकरी की व्यवस्था करनी चाहिए।
रोजाना 2-3 घंटे प्रैक्टिस:
शिवम के कोच अनिल शर्मा ने बताया कि शिवम रोजाना हॉकी व फुटबाल तथा बास्केटबाल में रोजाना करीब 2-3 घंटे प्रैक्टिस करता है। शिवम की डाइट पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। शर्मा ने बताया की भवन विद्यालय में शिवम सप्ताह में 2 दिन आशा चंडीमंदिर से अभ्यास करने आता है और बाकी दिन वह स्कूल में ही प्रैक्टिस करता है।