चंडीगढ़ का सोलर टैरिफ 5.10 रुपए फिस 5 किलोवॉट से हर साल होगी 33000 की कमाई

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 04:08 PM (IST)

चंडीगढ़ (विजय गौड़) : अगर सोलर एनर्जी की ट्रेडिंग से कमाई करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह इनवेस्ट करने का सही समय है। ज्वाइंट इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमीशन (जे.ई.आर.सी.) ने चंडीगढ़ के लिए रिन्युअल  एनर्जी के ग्रॉस मीटरिंग का नया टैरिफ ऑर्डर जारी कर दिया है, जिसमें चंडीगढ़ के लिए वित्त वर्ष 2020-2 का सोलर 'फोटोवॉल्टिक टैरिफ 5.40 रुपए फिक्स कर दिया है। यानि अगर घर की छत से जैनरेट होने वाली पूरी सोलर एनर्जी ग्रिड में भेजी जाती है तो उसके बदले में 5.0 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से कमाई की जा सकती है।

 

5 साल में खर्चा हो जाएगा वसूल
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में बिजली के भारी भरकम बिल से निपटने के लिए यह एक अहम ऑप्शन साबित हो सकता है। सोलर एनर्जी के लिए चंडीगढ़ में बनाई गई नोडल एजैंसी चंडीगढ़ रिन्यूअबल एनर्जी एंड साइंस एंड टैनोलॉजी प्रोमोशन सोसाइटी (क्रैस्ट) के अधिकारियों के अनुसार अगर किसी घर में पांच किलोवॉट का सोलर प्लांट लगता है तो ग्रॉस मीटरिंग के जरिए पूरा खर्चा पांच साल में वसूल हो जाएगा। 

 

इसके बाद हर साल सोलर एनर्जी को ग्रिड में भेजकर सीधे तौर पर कमाई की जा सकती है। योंकि कमीशन द्वारा इस साल फिस किया गया ग्रॉस मीटरिंग का टैरिफ अगले 25 वर्ष के लिए होगा। अगर इस साल सोलर प्लांट के जरिए ट्रैडिंग शुरू की जाती है तो अगले 25 वर्षों के लिए टैरिफ 5.10 रुपए प्रति यूनिट ही रहेगा। कोरोना वायरस की वजह से यह टैरिफ इस साल जून से लागू होगा। इससे पहले हर साल टैरिफ 1 अप्रैल से लागू होता था।

 

इस तरह होगी कमाई
चंडीगढ़ में पांच किलोवॉट के सोलर फोटोवॉल्टिक रूफटॉप प्लांट को लगाने में 2.20 से 2.30 लाख रुपए तक का खर्चा आता है, जिस पर क्रैस्ट की ओर से 70 से 80 हजार रुपए सब्सिडी  दी जा रही है। प्लांट पर डेढ़ लाख खर्चा आता है। कमीशन की ओर से तय किए गए 5.10 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ के हिसाब से एक साल में लगभग 6500 यूनिट बिजली जैनरेट होती है। एक साल में सोलर प्लांट से लगभग 33000 रुपए की कमाई की जा सकती है या फिर 20 वर्षों के लिए पूरे घर की मुत बिजली का फायदा उठाया जा सकता है।

 

17 पैसे कम हुआ टैरिफ
सोलर प्लांट के इंस्टॉलेशन में हर साल आ रही कमी का असर कमीशन के टैरिफ ऑर्डर पर भी पड़ रहा है। पिछले साल जो ऑर्डर जारी किया था, उसमें चंडीगढ़ का टैरिफ 5.27 रुपए था। जो इस साल 17 पैसे कम हो गया है। क्रैस्ट के सी.ई.ओ. देवेंद्र दलाई का कहना है कि इंस्टॉलेशन के खर्चे में आ रही कमी का असर अब दिखने लगा है। जितना खर्चा कम होगा, उतना ही टैरिफ भी कम होगा। इस समय सोलर एनर्जी में इनवेस्टमैंट करने का सही समय है।

 

30 प्रतिशत प्रॉफिट निगम को
बोर्ड और कॉर्पोरेशन भी स्कीम का फायदा उठा रहे हैं। क्रैस्ट ने निगम के वाटर वर्स में सोलर प्लांट लगाए हैं। इनसे जितनी एनर्जी ग्रिड में भेजी जा रही है, उसके फायदे का एक हिस्सा निगम के खाते में जा रहा है। प्रॉफिट का 30 प्रतिशत हिस्सा नगर निगम को दे दिया जाता है। 


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pooja verma

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