चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी का GMSH-16 और PGI को नोटिस, तत्काल बंद करो इंसीनरेटर

Sunday, May 12, 2019 - 08:31 AM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सी.पी.सी.बी.) ने पी.जी.आई. और गवर्नमैंट मल्टी स्पैशिएलिटी अस्पताल सैक्टर-16 को नोटिस जारी किया है। नोटिस शहर की आबोहवा खराब करने को लेकर दिया गया है। 

नोटिस में कहा गया है कि दोनों अस्पतालों में लगे इंसीनरेटर (इलैक्ट्रिक भट्ठी, जहां अस्पताल के वेस्ट का निस्तारण होता है) प्रदूषण फैला रहे हैं। चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी ने दोनों संस्थानों को नोटिस जारी करके तत्काल प्रभाव से इन्हें बंद करने के निर्देश दिए हैं। सी.पी.सी.सी. से नोटिस मिलने केबाद दोनों मैडीकल संस्थानों में हड़कंप मच गया है। 

पुरानी मशीनें बदलने के निर्देश को किया अनदेखा :
पी.जी.आई. व जी.एम.एस.एच.-16 में भारी तादाद में मरीज इलाज कराने आते हैं। इसके चलते यहां रोज कई क्विंटल बायो मैडीकल वेस्ट निकलता है। इसके निपटारे के लिए दोनों संस्थानों में इंसीनरेटर मशीन लगवाई गई थी। 

पी.जी.आई. में दो और जी.एम.एस.एच.-16 में एक मशीन लगवाई गई थी। इंसीनरेटर मशीनों की तकनीक पुरानी होने के चलते इनसे धुआं अधिक निकल रहा है, जो शहर की सेहत बिगाड़ रहा है। सी.पी.सी.सी. ने साल 2016 में पी.जी.आई. और जी.एम.एस.एच.-16 की जांच के बाद दो साल के अंदर पुरानी मशीनें हटाकर नई मशीनें लगवाने के निर्देश दिए थे, लेकिन रिमांडर भेजने के बाद भी दोनों संस्थानों में निर्देश को नजरअंदाज कर दिया।

निस्तारण बंद करो :
इंसीनरेटर मशीनों से निकलने वाले धुएं से लगातार शहर के आबोहवा खराब होती जा रही है। शुक्रवार को सी.पी.सी.सी. ने पी.जी.आई. व जी.एम.एस.एच.-16 को नोटिस जारी करते हुए मशीनों से हो रहे निस्तारण को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए।

प्रति घंटे 300 किलो वेस्ट का हो रहा निस्तारण :
बायो मैडीकल वेस्ट दो प्रकार का होता है। एक जो कैमीकल से नष्टï हो जाता है और आग से जलाकर खत्म किया जाता है। आग से जलने वाले बायो मैडीकल वेस्ट में इंसीनरेटर मशीनों का प्रयोग किया जाता है। पी.जी.आई. में लगी दो मशीनों से प्रतिघंटा 200 किलो व जी.एम.एस.एच.-16 में100 किलो बायो मैडीकल वेस्ट का निस्तारण होता है।

Priyanka rana

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