चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की न्यू हाऊसिंग स्कीम

Tuesday, Jul 17, 2018 - 02:54 PM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड सैक्टर-53 के हाऊसिंग प्रोजैक्ट को एन्वायरमैंट क्लीयरैंस मिल गई है। इससे अब बोर्ड के लिए यहां अलग-अलग कैटेगिरी के 492 के करीब फ्लैट्स का निर्माण करने का रास्ता साफ हो गया है। 2008 के बाद बोर्ड की ये सबसे बड़ी हाऊसिंग स्कीम बताई जा रही है, जिसमें ई.डब्ल्यू.एस. के अलावा वन रूम, वन बैडरूम, टू बैडरूम और थ्री बैडरूम फ्लैट तैयार किए जाएंगे। 

 

इस स्कीम में भी फ्लैट्स सैक्टर-63 की हाऊसिंग स्कीम की तरह मल्टीस्टोरी होंगे। फ्लैट्स के रेट बोर्ड मार्कीट की स्टडी के बाद तय करेगा। ई.डब्ल्यू.एस. से लेकर एच.आई.जी. फ्लैट्स तक का डिजाइन आर्किटैक्ट फर्म तैयार करेगी। हाऊसिंग बोर्ड फ्लैट ऐसे डिजाइन करेगा कि किसी को भी इनमें जरुरत के मुताबिक बदलाव करने की आवश्यकता ही न पड़े। 

 

फ्लैट्स में लोगों की मौजूदा जरुरतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।  चीफ इंजीनियर राजीव सिंगला ने बताया कि एन्वायरमैंट क्लीयरैंस के बाद अब स्ट्रक्चरल डिजाइन करवाया जाएगा और फिर इसका एस्टीमेट तैयार कर ह टैंडर कर देंगे, जिसके बाद काम शुरु हो जाएगा। 

 

ये फ्लैट्स ऐसे होंगे कि किसी भी प्राइवेट बिल्डर के फ्लैट्स को पूरी तरह से टक्कर देंगे। बोर्ड सिर्फ बाक्स टाइप स्ट्रक्चर्स की तरह फ्लैट तैयार नहीं करेगा। ये ह फ्लैट्स हाऊसिंग सैक्टर के हिसाब से सबसे बेहतर होंगे। इसके अलावा बोर्ड के फ्लैट्स में सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड शहर में अब तक करीब 60 हजार फ्लैट्स बना चुका है। 

 

इनमें ई.डब्ल्यू.एस. से लेकर एल.आई.जी., एम.आई.जी. और एच.आई.जी. फ्लैट्स शामिल हैं। इनमें से हर हाऊसिंग स्कीम का डिजाइन एक दूसरे से मिलता जुलता है। बोर्ड ने अप्रैल 2016 में ये स्कीम लांच की थी, लेकिन अलग-अलग विभागों में अप्रवूल न मिलने पर फिलहाल इसका काम लटका था। 

 

अलग-अलग कैटेगरी के इतने फ्लैट्स बनाने की योजना  
सैक्टर-53 हाऊसिंग स्कीम में ई.डब्ल्यू.एस. के 80, वन रूम के 120, टू बैडरूम के 100 और थ्री बैडरूम के 192 फ्लैट्स बनेंगे। हाऊसिंग बोर्ड ने इससे पहले अप्रैल 2016 में 200 टू बैडरूम फ्लैट्स की हाऊसिंग स्कीम लांच की थी। महंगे रेट होने के कारण इस स्कीम को फीका रिस्पांस मिला था। हाऊसिंग बोर्ड ने टू बेडरूम फ्लैट्स का रेट 69 लाख रुपए रखा था। 

 

बेसमैंट में होगी पार्किंग
सी.एच.बी. की योजना है कि इस बार टू लैवल बेसमैंट पार्किंग का निर्माण टू और थ्री बैडरुम फ्लैट्स के लिए किया जाएगा, वहीं वन बैडरुम फ्लैट्स के लिए वन लैवल बेसमैंट पार्किंग का निर्माण करवाया जाएगा। जानकारी के अनुसार बोर्ड ने 8 एकड़ के करीब जमीन इस प्रोजैक्ट के लिए चिन्हित कर ली है। 

 

एन्वायरमैंट क्लीयरैंस के लिए ही बोर्ड ने कंसल्टैंट की सेवाएं ली थीं। अभी फिलहाल बोर्ड के सभी मकानों में लोगों ने जरूरत मुताबिक बदलाव किए हैं, जिसके चलते लोग नीड बेस चेंज की मांग कर रहे हैं। यही कारण है कि ये चेंजेस बोर्ड के लिए मुसीबत बने हैं, क्योंकि इन्हें नियमित करना उसके लिए मुश्किल हो रहा है।

Punjab Kesari

Advertising