ऑरैंज जोन में प्रवेश कर सकता है चंडीगढ़

Thursday, May 21, 2020 - 09:38 AM (IST)

चंडीगढ़ (साजन) : केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना पेशैंट्स के डिस्चार्ज को लेकर बनी पॉलिसी के बाद चंडीगढ़ प्रशासन भी अब शहर को रैड जोन से ऑरैज जोन घोषित करने पर विचार कर रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन का मानना है कि शहर में अब महज 65 एक्टिव केस ही रह गए हैं। लिहाजा ऐसे में इसे रैड जोन से ऑरेंज जोन में बदला जा सकता है। चंडीगढ़ में अब तक शुरुआत से कोरोना के 200 से ऊपर केस आ चुके हैं। 

उधर, लोग परिदा के इस ट्वीट और ऑरैंज जोन घोषित किए जाने के संदर्भ में आशंकाएं भी जता रहे हैं कि कहीं इससे शहर के लोगों का संकट न बढ़ जाए। प्रशासन को सोच समझकर ही फैसला लेना चाहिए। बापूधाम अभी भी प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना है। यहां कोरोना मरीजों के आने की रफ्तार तो कम हुई है, लेकिन अभी इस पर पूरी तरह अंकुश नहीं लगाया जा सका है।

लोग बोले, ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया?
बुधवार को जब प्रशासक के एडवाइजर मनोज परिदा ने अपने ट्विटर अकाऊंट पर एक्टिव मरीजों की संख्या 63 पहुंचने और शहर को रैड जोन से ओरैंज जोन की ओर विचार करने की बात कही तो लोगों ने कहा कि कहीं प्रशासन की जल्दबाजी सारे शहर के लोगों के लिए दिकत का सबब न बन जाए। 

परिदा के ट्वीट पर एक प्रतिक्रिया आई कि आखिर एकदम ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया कि 30 से 40 मरीज ठीक होने लगे। कोरोना की अब तक कोई वैसीन तक देश नहीं बना पाए तो ऐसे में मरीजों की घर वापसी गले से नीचे नहीं उतर रही। कहीं सरकार ने बीमारी को लेकर हार तो नहीं मान ली।

केस नहीं तो सैक्टर-30 बी कंटेनमैंट क्यों?
एक व्यक्ति ने तो बापूधाम को अलग राज्य घोषित करने की सलाह दी व कहा कि इसके बाद तो चंडीगढ़ ग्रीन जोन में आ जाएगा। सैक्टर-30 बी को लेकर भी परिदा के ट्वीट पर सवाल उठाए गए और कहा गया कि यहां अब एक भी केस नहीं, लेकिन फिर भी इसे कंटेनमैंट एरिया रखा गया है। 

कहा गया कि 13 दिन से यहां कोई केस नहीं है। एक व्यति ने सरकार की नई डिसचार्ज पॉलिसी और आई.सी.एम.आर. को इसका क्रेडिट दिया। एक अन्य ने परिदा के ट्वीट पर कहा कि यू.टी. प्रशासन पी.जी.आई. की सलाह के विपरीत क्यों चल रहा है।

Priyanka rana

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