सीवरेज ने बर्बाद कीशहर की 61 एकड़ जमीन

punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2018 - 08:04 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय): जहां एक ओर जमीन न होने की वजह से चंडीगढ़ के कईं मेगा प्रोजैक्ट्स शुरू होने से पहले ही फाइलों में बंद होकर रह गए वहीं दूसरी ओर शहर के विभिन्न हिस्सों में लगभग 61 एकड़ जमीन धीरे-धीरे दलदल के रूप में बदल रही है। यह जमीन है यू.टी. के फॉरैस्ट डिपार्टमैंट की। शहर के अलग-अलग हिस्से में डिपार्टमैंट की इस जमीन पर पिछले काफी साल से सीवरेज का पानी एकत्रित हो रहा है। 

 

लेकिन न तो आज तक चंडीगढ़ प्रशासन ने इस जमीन की स्थिति सुधारने की ओर कोई प्रयास किए और न ही उन स्त्रोतों को बंद किया जा सका, जिस कारण शहर की इस बेशकीमती जमीन की दुर्दशा हो रही है। 

 

आलम यह है कि यह सारी जमीन फॉरेस्ट डिपार्टमैंट के लिए परेशानी बनती जा रही है। क्योंकि लाख कोशिशों के बावजूद बहुमूल्य ग्रीनरी को बचाने में डिपार्टमैंट पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है। 

 

जिसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि अब ये एरिया असामाजिक तत्वों का भी अड्डा बनते जा रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने इन्हें ठीक करने के लिए प्रयास तो शुरू कर दिए हैं, लेकिन जब तक सीवरेज के पानी का रुख मोड़ा नहीं जाता तब तक कोई समाधान नहीं हो सकता। 

 

पी.जी.आई. नहीं रोक रहा सीवरेज का पानी 
धनास लेक के पास फॉरेस्ट डिपार्टमैंट की लगभग 10 एकड़ जमीन है। इस जमीन में पिछले कईं सालों से पी.जी.आई. से सीवरेज का पानी गिराया जा रहा है। 

 

इस मामले को फॉरेस्ट डिपार्टमैंट की ओर से उठाया भी जा चुका है। कुछ दिन पहले ही डिपार्टमेंट की ओर से पी.जी.आई. को लेटर लिखकर इस नाले को बंद करने के लिए कहा गया था। लेकिन इस पर पी.जी.आई. को जवाब आया वह हैरान करने वाला था। 

 

पी.जी.आई. की ओर से कहा गया कि जिस नाले की डिपार्टमैंट बात कर रहा है वह पी.जी.आई. का है ही नहीं। ऐसे में अब डिपार्टमैंट ने पी.जी.आई. को 30 दिन की मौहलत और दी है जिसके बाद इस नाले का मुहाना ही बंद करने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। जिससे कि सीवरेज का पानी जंगल में एकत्रित न हो सके।

 

रॉक गार्डन के पीछे 40 एकड़ जमीन बनी दलदल 
रॉक गार्डन के पीछे की स्थिति तो और भी खराब है। यहां भी पिछले कईं वर्षों से पंजाब से आने वाला सीवरेज का पानी एकत्रित हो रहा है। आलम यह है कि यहां दलदल बन चुका है। इस पानी की आगे निकासी नहीं हो पा री है। जिसकी वजह से किसी समय बड़े पेड़ और ग्रीनरी से भरपूर यह एरिया अब पूरी तरह से सूख चुका है। 

 

अधिकारियों की मानें तो ज्यादा समय तक पानी के एक ही जगह पर ठहरने की वजह से यह हुआ है। फॉरेस्ट डिपार्टमैंट की यह जमीन 40 एकड़ बताई जा रही है। हालांकि प्रशासन की ओर से पंजाब के संबंधित विभागों को कईं बार लैटर लिखकर इस पानी को रोकने के लिए कहा जा चुका है, लेकिन आज तक पंजाब की ओर से न तो संतुष्ट जवाब आया और न ही सीवरेज का पानी रुक पाया।

 

बापूधाम के पास 11 एकड़ जमीन हो रही बर्बाद 
बापूधाम के पास भी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की लगभग 11 एकड़ जमीन सीवरेज की वजह से बर्बादी के कागार तक पहुंच चुकी है। कुछ समय पहले इस जमीन का इस्तेमाल लोग शौचालय के लिए कर रहे थे। यही नहीं, सीवरेज के पानी की वजह से भी यह जमीन खराब हो रही है। 

 

हालांकि अब फॉरेस्ट डिपार्टमैंट ने इस जमीन को कवर करना शुरू कर दिया है। लेकिन अधिकारियों की मानें तो इस एरिया को पहले की हालत में लाने के लिए काफी समय लगेगा। लेकिन शुरुआत कर दी गई है। 

 

सांबर व अन्य जानवरों के लिए बढ़ी परेशानी
अधिकारियों का भी मानना है कि फॉरेस्ट एरिया में सीवरेज पानी के फ्लो ने वन्य जीवों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। खासकर सुखना लेक के पास का काफी एरिया सीवरेज के पानी की चपेट में आने से सांबर सहित अन्य कईं वन्य जीवों के लिए खतरा बन गया है। इस एरिया में ग्रीनरी कम होने की वजह से जानवर भी खाने के लिए अन्य जगहों में जा रहे हैं। यही नहीं, पूरे एरिया में हर समय बदबू फैली रहती है। जिस वजह से कईं बीमारियों के होने की भी आशंका बनी रहती है। 


परेशानी का सबब
लाख कोशिशों के बावजूद ग्रीनरी को बचाने में डिपार्टमैंट पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है

 

पी.जी.आई. को दी मोहलत 
फॉरैस्ट डिपार्टमैंट ने पी.जी.आई. को 30 दिन की मोहलत दी है, जिसके बाद नाला बंद करने की तैयारी जाएगी

 

40 एकड़ जमीन बनी दलदल
रॉक गार्डन के पीछे काफी समय से पंजाब से आना वाले सीवरेज का पानी हो रहा है जमा पर नहीं हो पा रही पानी की निकासी। आलम यह है कि एरिया सूखता जा रहा है। 

 

11 एकड़ जमीन हो रही बर्बाद 
बापूधाम में फॉरैस्ट डिपार्टमैंट की जमीन बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है। लोग शौचालय के लिए प्रयोग में ला रहे थे जमीन पर अब डिपार्टमैंट ने जमीन कवर करनी शुरू कर दी है।

 

वन्य जीवों के लिए बढ़ी दिक्कतें
 सुखना लेक के पास का काफी एरिया सीवरेज के पानी की चपेट में, वन्य जीवों के अस्तित्व के लिए बन रहा है खतरा। 

 

आसामाजिक तत्वों का अड्डा
ये एरिया अब आसामाजित तत्वों के अड्डा बनते जा रहे हैं, जिसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। 

 

पी.जी.आई. ने झाड़ा पल्ला
डिपार्टमैंट ने जब पी..जी.आई. को नाला बंद करने को लैटर लिखा गया तो जवाब आया कि नाला पी.जी.आई. का है ही नही।

 

लिखे लैटर पर जवाब नहीं
रॉक गार्डन के पीछे जमा हो रहे सीवरेज की पानी की समस्या को लेकर कई बार पंजाब के संबंधित विभागों को लैटर लिखा पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया। 


बापूधाम में स्थिति सुधारने में लगेगा वक्त
बापूधाम में जिस तरह के हालात सीवरेज की वजह से पैदा हुए हैं, उनमें सुधार लाने के लिए  फॉरैस्ट डिपार्टमैं को काफी वक्त लगेगा, ऐसा डिपार्टमैंट के अधिकारियों का मानना है। 


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