चंडीगढ़ प्रशासन की जमीन पर कब्जे, पार्क पर तारें लगाकर बना दिया अपना गार्डन

punjabkesari.in Monday, Oct 16, 2017 - 09:40 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना देखने वाले नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन की जमीन पर कब्जे किए जा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है। सरकारी और या प्राइवेट हाऊस जिसका जहां मर्जी आ रहा है सरकारी जमीन पर इंक्रोचमैंट कर रहा है। यही नहीं किसी ने तो पार्क का एक हिस्सा ही पूरा कब्जे में ले लिया है तो किसी ने पब्लिक पार्किंग के लिए बनाई गई जगह पर रेलिंग और तारों की मदद से अपनी निजी पार्किंग बना ली है। 

 

हालांकि जब इसकी जानकारी नगर निगम की मेयर आशा जसवाल तक पहुंचाई गई तो उन्होंने भी माना कि उनके पास शिकायतें तो आ रही हैं, लेकिन फैस्टीवल सीजन की वजह से अभी किसी भी प्रकार की कार्रवाई को फिलहाल रोका हुआ है। नगर निगम के पास अपना इंफोर्समैंट विंग भी है, लेकिन अभी तक किसी ने इन पार्क और पार्किंग एरिया से इंक्रोचमैंट को हटाने की जहमत नहीं उठाई। जिसका खमियाजा उन लोगों को उठाना पड़ रहा है जो पार्क में सैर करना चाहते हैं या फिर जिन्हें अपने वाहन पार्क करने के लिए जगह नहीं मिलती। 

 

तो नहीं होती फैस्टीवल सीजन में दिक्कत
अगर निगम फैस्टीवल सीजन शुरू होने से पहले ही विभिन्न सैक्टर्स से इंक्रोचमैंट को हटा देता तो इस परेशानी का काफी हद तक हल निकल सकता था। सैक्टर-22 में किरण सिनेमा के बिल्कुल सामने सरकारी मकानों के पीछे एक बहुत बड़ा पार्किंग एरिया मौजूद है, लेकिन यहां सरकारी मकानों में रहने वाले लोगों ने इस एरिया में रेलिंग और लोहे की तारें लगा दी हैं। इस एरिया का इस्तेमाल निजी पार्किंग के लिए किया जा रहा है। जिसकी वजह से सैक्टर-22 में पार्किंग की समस्या और बढ़ गई है।


 

पार्क में बना दिया अपना गार्डन
सैक्टर-23 में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का घर है। इस घर के बिल्कुल पीछे पार्क के एक हिस्से में गार्डन तैयार कर दिया गया है। पिछले कई महीनों से इस गार्डन में सब्जियां तक उगाई जा रही हैं। छोटे से इस गार्डन के लिए बकायदा माली भी रखा गया है। जिसकी वजह से न तो बच्चे इस पार्क में खेल पाते हैं और न ही वाहनों को पार्किंग के लिए जगह मिल पा रही है। क्योंकि पार्क जहां से खुला है वहां लोहे की संगल लगा दी गई है ताकि गार्डन एरिया में कोई डिस्टरबैंस न हो। 

 

मनमर्जी से पार्किंग एरिया का विस्तार
पंजाब केसरी की टीम ने जब शहर के विभिन्न सैक्टर्स का दौरा किया तो पाया कि सैक्टर-7, 8, 9, 10, 15, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 24, 36, 41, 43, 45, 46 सहित कई अन्य सैक्टर्स ऐसे हैं जहां पर सरकारी और प्राइवेट घरों को जितना पार्किंग स्पेस दिया गया है उससे अधिक में इंक्रोचमैंट की हुई है। मकान मालिक ने अपनी मर्जी से ही पार्किंग एरिया का विस्तार कर दिया है। इंक्रोचमैंट इतनी अधिक है कि वहां से लोगों के आने-जाने की जगह भी नहीं छोड़ी गई है। 

 

नगर निगम और यू.टी. प्रशासन हैरिटेज के नाम पर तो बड़े-बड़े दावे करके शहर के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए कईं बड़ी बिल्डिंगों और मार्कीट्स में बदलाव न करने की हिदायत दे रहा है वहीं, जगह-जगह किए जा रहे इस अतिक्रमण की कोई परवाह नहीं है। जानकारों की मानें तो अगर जल्द ही इस तरह से हो रही छोटी-छोटी इंक्रोचमैंट्स को नहीं रोका गया तो चंडीगढ़ के मूल स्वरूप को खतरा हो सकता है। 


 

दीवाली के बाद सभी सैक्टर्स में विशेष अभियान चलाएंगे 
मुझे काफी पहले से इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं कि पार्क और पार्किंग एरिया में लोग अतिक्रमण कर रहे हैं। इस बारे में मैंने निगम कमिश्नर को एक लेटर भी लिखा था। अभी फैस्टीवल सीजन चल रहा है तो मैं लोगों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं करना चाहती हूं, लेकिन दीवाली के बाद शहर के सभी सैक्टर्स में विशेष अभियान चलाए जाएंगे। जिससे कि अतिक्रमण को पूरी तरह से हटाया जा सके।-आशा जसवाल, मेयर


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