करोड़ों के फायर सेफ्टी उपकरण भी नहीं बचा पाए PU का एडमिन ब्लॉक

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2017 - 08:52 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी के एडमिन ब्लॉक की चार साल पहले रैनोवेशन की गई थी। रैनोवेशन के दौरान यहां पर 2 करोड़ की लागत से फायर सेफ्टी उपकरण लगाए गए थे। सूत्रों का कहना है कि इन चार वर्षों में इन उपकरणों का न तो प्रयोग किया गया और न ही कोई देख-रेख। यदि समय-समय पर देख-रेख होती तो आग लगने के दौरान अलार्म जरूर बजता। हालांकि पी.यू. अधिकारी अपनी गलती को छिपाने के लिए यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि  यह उपकरण काम कर रहे थे तभी बिल्डिंग में आग नियंत्रित हो पाई। अधिकारियों का कहना है कि बिजली की खराबी की वजह से इस सिस्टम का अलार्म नहीं बज पाया। सूत्रों का कहना है कि  एडमिन ब्लॉक में फायर सेफ्टी उपकरण काम करते तो इतना नुक्सान नहीं होता और अलार्म बजते ही आग लगने का पता चल जाता। 

 

टैक्रीकल कारण : सूत्रों के मुताबिक रैनोवेशन के दौरान बिल्डिंग में बिजली की तारों को लगाने के लिए फायर रैसिस्टैंस बोर्डों के लिए एक करोड़ का बजट पास हुआ था लेकिन बिल्डिंग में घटिया बिजलीके बोर्ड लगाए गए थे। सवाल ये भी : बिल्डिंग में आग लगने  का कारण बिजली की तारों का ठीक से न डाले जाना और अच्छे किस्म के बोर्ड न लगाए जाना भी हो सकता है।  कर्मचारीघर जाते समय बिजली के स्वीच ऑन छोड़ चले जाते थे। सिक्योरिटी गार्ड्स इन स्विचको ऑफ करते थे। शायद स्विच बंद न किए गए और शॉर्ट सर्किट से आग लग गई हो।सिक्योरिटी गार्ड्स को ट्रेनिंग : फायर सिस्टम को आप्रेट करने की ट्रेङ्क्षनग कुछ ही सिक्योरिटी गार्ड्स को दी गई थी लेकिन आगजनी के दौरान ये सिस्टम पूरी तरह से फेल रहे। 


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