दहेज के लिए पत्नी को कैरोसीन डाल जलाया, पी.जी.आई. में मौत
punjabkesari.in Friday, Aug 23, 2019 - 11:37 AM (IST)
पिंजौर (रावत) : पिंजौर के गांव रामपुर सियूड़ी की महादेव कॉलोनी में पति ने पत्नी को मिट्टी का तेल डालकर जला दिया। 90 प्रतिशत झुलसी पत्नी ने वीरवार दोपहर को पी.जी.आई. में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मरने से पहले घायल ने पति के खिलाफ मैजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दे दिया।
वहीं मृतका के परिजनों ने दामाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल आरोपी फरार है। पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए पी.जी.आई. में रखवा दिया गया है।
पिता ने दुकान से बेटे को निकाला
महादेव कॉलोनी निवासी मृतका के पिता रमेश कुमार और मां मधुबाला ने बताया कि उनकी बेटी सीमा (29) का विवाह 29 अप्रैल 2014 को बलबीर सिंह के पुत्र जसविंद्र सिंह निवासी गांव मालपुरा जिला होशियारपुर से हुआ था।
शादी के बाद दोनों की एक बच्ची तनवीर कौर भी है। शादी के समय उनका दामाद जसविंद्र सिंह अपने पिता के साथ एक स्पेयर पार्ट्स की दुकान में काम करता था, परंतु शादी के बाद ही उसके पिता बलबीर सिंह ने उसे दुकान से निकाल दिया।
पैसे लाने का बना रहा था दबाव
मृतका के परिजनों ने बताया कि जसविंद्र जब बेरोजगार हो गया तो वह सीमा पर लगातार दबाव बनाने लगा कि वह अपने मां-बाप से पैसे लाए, ताकि वो अपनी एक स्पेयर पार्ट की दुकान खोल सके।
जब सीमा ने घर से पैसे लाने से मना किया तो उसने उससे मारपीट शुरू कर दी। रमेश कुमार ने बताया कि जिस कारण तंग आकर वे अपनी बेटी सीमा और उसकी बेटी तनवीर को शादी के 14 माह बाद ही मायके वापस ले आए।
कालका कोर्ट में किया था दहेज का केस
रमेश कुमार ने बताया कि बेटी सीमा को मायके लाने के बाद उन्होंने दामाद जसविंद्र को कई बार समझाया परंतु जब वह नहीं माना तो उनकी बेटी सीमा द्वारा कालका कोर्ट में मई 2016 में जसविंद्र, उसके पिता बलबीर सिंह, सास सुरेन्द्र कौर और ननद दर्शना के खिलाफ दहेज मांगने का केस दर्ज करवा दिया।
इसके बाद से ही सीमा अपने मायके में ही रह रही थी। सीमा के पिता रमेश ने बताया कि इसके बाद गत 13 जून 2018 में जसविंद्र के गांव के कुछ लोग आए और समझौता करवा कर अपनी जिम्मेदारी पर सीमा को अपने साथ वापस ससुराल में ले गए।
20 को तारीख थी, इसी वजह से हुआ झगड़ा
रमेश ने बताया कि 2018 से सीमा अपने पति के साथ ही रह रही थी। कुछ दिन तो जसविंद्र सीमा के साथ ठीक रहा लेकिन फिर वह सीमा से बात-बात पर झगड़े करता व उससे मारपीट भी करने लगा।
रमेश के अनुसार 21 अगस्त को कालका कोर्ट में केस की तारीख थी। 20 अगस्त को रात 8 बजे जसविंद्र का सीमा से केस के सिलसिले में एक बार फिर झगड़ा हो गया। इसके बाद उसने सीमा से हाथापाई भी की।
भाई को बताया, पति मारपीट कर रहा है
सीमा ने अपने भाई के मोबाइल पर फोन करके उसे बताया कि उसका पति जसविंद्र उससे मारपीट कर रहा है। इसके बाद उन्होंने सीमा को बताया कि वो सुबह आकर उसको अपने साथ वापस ले जाएंगे। मायके में फोन करने से गुस्साए जसविंद्र ने सीमा के ऊपर घर में एक बोतल में रखा मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी।
सीमा ने दम तोडऩे से पहले मैजिस्ट्रेट के सामने दिया बयान
सीमा की चीख पुकार सुन जब आस पड़ोस के लोग इकठ्ठा हुए तो जसविंद्र खुद ही उसे उठा कर मालपुरा के एक स्थानीय अस्पताल ले गया। यहां से डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देख उसे चंडीगढ़ पी.जी.आई. रैफर कर दिया।
जैसे ही सीमा के मायके वाले रात को पी.जी.आई. पहुंचे तो जसविंद्र मौके से फरार हो गया। रमेश ने बताया कि जब डॉक्टरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीमा 90 फीसदी तक जल चुकी है और उसकी हालत अभी गम्भीर बनी हुई है।
इसके बाद पुलिस द्वारा मैजिस्ट्रेट को बुलाकर सीमा के ब्यान करवाए गए। अपने बयान में घायल सीमा ने सारी बात मैजिस्ट्रेट के सामने बता दी कि किस प्रकार उसके पति ने सीमा को आग लगाई है।