पुलिस की लापरवाही से गई बेकसूर वीरेंद्र संधू की जान, मां ने कहा, कातिलों के लिए सजा-ए-मौत भी कम...

Thursday, Mar 16, 2017 - 08:03 AM (IST)

पंचकूला (मुकेश): गांव सकेतड़ी में .युवक वीरेंद्र सिंह संधू की हत्या के मामले में बुधवार को तीसरे आरोपी त्रिलोक (20) को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही वारदात में प्रयोग की गई स्विफ्ट कार भी बरामद कर ली है। मामले में पहले ही दो आरोपियों की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना होली की रात को हुई थी, जिसमे युवक वीरेंद्र सिंह संधू की हत्या कर दी गई थी। वहीं इस केस में पुलिस की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। अवतार ने फरवरी में ही मॉन्टी के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी कि वह उसे जान से मारना चाहता है, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। नतीजा यह रहा कि मॉन्टी और उसके दोस्त सोमवार रात अवतार को मारने के लिए उसके घर गए। जब अवतार नहीं मिला तो उसके बुआ के बेटे वीरेंद्र को बड़ी ही बेरहमी से मार दिया। अगर पुलिस शिकायत पर कार्रवाई करती तो शायद ऐसा नहीं होता। 

 

मामले में पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों पार्षद कुलजीत वड़ैच के बेटे मनमीत उर्फ मोंटी और हरमन को पुलिस ने बुधवार दोपहर को अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि हत्यारोपी मनमीत और हरमन को अदालत में पेश करने के बाद उन्हें 22 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस आरोपियों से वारदात में शामिल उनके 8 अन्य साथियों के नाम पूछ कर उन्हें गिरफ्तार करने के अलावा वारदात में प्रयोग किए गए हथियारों को भी बरामद करने के लिए पूछताछ करेगी।मामले के अन्य आरोपियों को दबोचे के लिए पंचकूला पुलिस की टीमें पंजाब में अलग-अलग जगह गई हैं। 

 

गौरतलब है कि सकेतड़ी गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह संधू को पंचकूला नगर निगम के वार्ड नंबर-8 की पार्षद कुलजीत कौर वडै़च के बेटे मनमीत वडै़च उर्फ मोंटी, उसके रिश्तेदार हरमन समेत दस युवकों ने सकेतड़ी स्थित घर से पहले किडनैप किया, फिर कार से करीब डेढ़ किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए और चंडीगढ़ स्थित लेक की तरफ जाने वाले सड़क के बीच में वीरेंद्र के चेहरे, छाती व सिर पर कई वार किए और दोनों कारों में बैठकर आरोपी फरार हो गए थे।  मामले में एम.डी.सी. थाना पुलिस ने मृतक के मामा के बेटे अवतार सिंह की शिकायत के आधार पर मनमीत वडैच उर्फ मोंटी और हरमन समेत दस आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग, आम्र्स एक्ट और मर्डर का धाराओं के तहत केस दर्ज किया था जिसमें दो आरोपी मंगलवार को गिरफ्तार किए गए थे। 

 

इन कातिलों के लिए तो सजा-ए-मौत भी कम है। वीरेंद्र की मां ने रोते हुए कहां कि इस रसूखदार परिवार ने तो मेरी जिंदगी ही बर्बाद कर दी। अब मैं जीकर क्या करूंगी, जब मेरा इकलौता सहारा ही चला गया। आज तक मेरे बेटे ने किसी ने ऊंची आवाज में बात तक नहीं की थी, लेकिन देखो, मेरे बेटे के साथ कितनी दरिंदगी दिखाई गई। ऐसा तो कोई दुश्मन के साथ भी नहीं करता। 


 

वरिंद्र के भाई अवतार से थी मोंटी की दुश्मनी
अवतार सिंह ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ से दो साल पहले भैंसा टिब्बा के रहने वाले मनमीत सिंह उर्फ मोंटी ने अपने दोस्त के साथ मनसा देवी के पीछे स्थित पटियाला मंदिर के पास उस पर हमला किया था। इसका मनसा देवी थाने में मुकदमा भी दर्ज किया था। तीन से चार महीने तक कोर्ट में केस चलने के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। लेकिन मनमीत ने अवतार सिंह से दुश्मनी बनाए रखी।
 

Advertising