BRS डैंटल कालेज में लगा ताला, हाईकोर्ट पहुंचे 27 छात्र

Friday, Nov 15, 2019 - 10:04 AM (IST)

चंडीगढ़,  (रमेश हांडा): पंचकूला के बरवाला स्थित बी.आर.एस. डैंटल कालेज व अस्पताल में ताले लग गए हैं। प्रबंधक गायब हैं और बिजली-पानी का कनैक्शन कट चुका है। वेतन नहीं मिलने के कारण 5 माह पहले सारी फैकल्टी व स्टाफ ने सामूहिक इस्तीफे दे दिए हैं। कालेज के बैचलर ऑफ डैंटल साइंस और मास्टर ऑफ डैंटल साइंस के स्टूडैंट्स का भविष्य अंधकारमय हो गया है, जिन्हें हॉस्टल से भी बाहर कर दिया गया है। 

 

परेशान स्टूडैंट्स ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली है और मांग की है कि या तो निदेशक मैडीकल एजुकेशन और यूनिवर्सिटी खुद का आर्बीट्रेटर नियुक्त कर कक्षाएं शुरू करवाएं या उन्हें हरियाणा के दूसरे डैंटल कालेजों में शिफ्ट किया जाए। हाईकोर्ट ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, संबंधित यूनिवर्सिटी, डैंटल मैडीकल कौंसिल व कालेज प्रबंधकों को नोटिस देकर 2  दिसम्बर तक जवाब दाखिल करने को कहा है।

 

अक्तूबर 2018 में स्टाफ का वेतन देना बंद कर दिया था
हाईकोर्ट पहुंचे स्टूडैंट्स अंजलि, दिव्या, राम अवतार, नीलम, अनु, रिद्धि, नित्या, रिया, कीर्ति, निष्ठा, नियति, हर्षिता,भावी, मानसी, राहुल, आशीष, शिवानी व अन्य ने बताया कि अक्तूबर-2018 में दिक्कतें शुरू हुई थीं जब कालेज प्रबंधन ने टीचर्स फैकल्टी व अन्य स्टाफ का वेतन देना बंद कर दिया। बिना वेतन स्टाफ व टीचिंग स्टाफ जुलाई-2019 तक काम करते रहे लेकिन जुलाई मध्य में सभी ने एक साथ कालेज प्रबंधन को इस्तीफा दे दिया और कक्षाएं बंद हो गईं। 

 

कुछ दिन बाद अस्पताल की ओ.पी.डी. भी बंद कर दी गई, क्योंकि बिजली और पानी के कनैक्शन बिल जमा नहीं होने के कारण काट दिए गए थे। स्टूडैंट्स ने पंडित बी.डी. शर्मा यूनिवर्सिटी. पी.जी.आई. रोहतक, हरियाणा सरकार के संबंधित अधिकारियों, डैंटल मैडिकल काऊंसिल व कालेज निदेशक मंडल व चेयरमैन को ज्ञापन भी दिए पर कोई परिणाम नहीं निकला।

 

ज्ञान सागर मैडीकल कॉलेज व चिंतपूर्णी मैडीकल कालेज की जजमैंट का हवाला दिया
एडवोकेट पद्युम्न गर्ग ने बताया कि याचिका में ज्ञान सागर मैडीकल कालेज व अस्पताल का और चिंतपूर्णी मैडिकल कालेज पठानकोट के मामलों की जजमैंट का हवाला भी दिया गया है, जहां बी.आर.एस. डैंटल कालेज जैसे हालत बन गए थे और हाईकोर्ट ने दोनों मैडिकल कालेजों के स्टूडैंट्स को प्रदेश के अन्य मैडीकल कालेजों में शिफ्ट किए जाने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने छात्रों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए सभी प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया है और 2 दिसम्बर तक जवाब दाखिल करने को कहा है। 

pooja verma

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