2 ब्रेन डैड मरीजों की बदौलत 5 लोगों को मिला नया जीवन

punjabkesari.in Friday, Feb 23, 2018 - 02:20 PM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : गत 5 दिन में दो ब्रेन डैड परिवारों की सहमति से 5 लोगों को नया जीवन मिला है। इसी के साथ पी.जी.आई. ने इस वर्ष का अपना 5वां ओर्गन ट्रांसप्लांट करने में भी सफलता पाई है। 

 

जनवरी में संस्थान ने इस वर्ष का पहला ट्रांसप्लांट किया था, जबकि फरवरी में ही 4 ब्रेन डैड मरीजों के ओर्गन ट्रांसप्लांट किए जा चुके है। पी.जी.आई. ओर्गन ट्रांसप्लांट विभाग (रोटो) के नोडल ऑफिसर डा. विपिन कौशल की मानें तो बिना परिजनों की सहमति के कुछ भी मुमकिन नहीं था। पिछले दो महीनों में 14 लोगों की जान इन मरीजों की बदौलत बच पाई है।  

 

कैथल व पटियाला के रहने वाले थे मरीज :
पटियाला के रहने वाले ओंकार सिंह (बदला हुआ नाम) सड़क हादसे में घायल होने के बाद गंभीर हालत में पी.जी.आई. रैफर किए गए थे। हालत काफी नाजुक होने पर 18 फरवरी को उन्हें ब्रेन डैड घोषित किया गया। परिजनों की सहमति के बाद उनकी किडनी व लिवर ट्रांसप्लांट किया गया, जिस कारण 3 लोगों की जान बच पाई है। 

 

वहीं दूसरा मामला कैथल जिले का है। 60 वर्षीय मनमोहन (बदला हुआ नाम) 19 फरवरी को सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। स्थानीय अस्पताल ने उन्हें पी.जी.आई. रैफर किया गया था। हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उन्हें ब्रेन डैड घोषित किया, जिस कारण वीरवार को उनके ओर्गन(किडनी) दो मरीजों में ट्रांसप्लांट किए गए। 

 

अब तक 14 लोगों बचाई जान :
ब्रेन डैड मरीजों के ओर्गन ट्रांसप्लांट कर जरूरतमंद लोगों को ट्रांसप्लांट करने के साथ ही अस्पताल अब तक 14 लोगों को नया जीवन दे चुका है। इसमें 3 लिवर ट्रांसप्लांट, 9 किडनी, एक मरीज को लिवर व किडनी जबकि एक हार्ट दिल्ली के किसी अस्पताल से शेयर किया गया था। 


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