गलतियां ठीक कर मार्कीट में किताबें भेजेगा शिक्षा बोर्ड

punjabkesari.in Saturday, May 05, 2018 - 02:24 PM (IST)

मोहाली(नियामियांं) : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा छापी गई और विवाद का कारण बनी इतिहास की 12वीं कक्षा की पाठ्य पुस्तक की जो भी गलतियां सामने आई हैं उनको दोबारा संशोधित करके किताब मार्कीट में भेजी जाएगी। 

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन मनोहर कांत कलोहिया ने आज यहां पंजाब केसरी के साथ बातचीत करते हुए बताया कि 7-8 के करीब गलतियां उनके ध्यान में आई हैं जिनको सुधारने के बाद ही किताब छाप कर मार्कीट में भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी गलतियां नहीं हैं बल्कि प्रिंटिंग आदि की गलतियां हैं। 

जिक्र योग्य है कि 12वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक में कई सैद्धांतिक गलतियां मिली थीं। जैसे पृष्ठ 87 में श्री गुरु नानक देव जी के अवतार धारण के बाद शुरू हुए सिख काल को राम भक्ति काल के साथ ही जोड़ा गया है जबकि जिन भगतों की वाणी श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज है उन सभी के समय को गुरमति काल के साथ जोड़ा जा सकता था। 

पृष्ठ 90 में श्री गुरु नानक देव जी की ओर से गुरु अंगद देव जी को अगला गुरुधाप कर गुरगद्दी बख्शीश करने बारे जिक्र करने की जगह शिक्षा बोर्ड ने जो बड़ी गलती की है वह गुरु अंगद जी की नियुक्ति बताई गई है जो कि भारी त्रुटि है। पृष्ठ 93 पर सूफी वाद बारे लिखते हुए बोर्ड ने सूफी मत शेख मुइनैदीन की ओर से शुरू किया बताया है जबकि सूफी मत को बड़े स्तर पर फैलाने वाले बाबा शेख फरीद जी के बारे में मामूली-सा जिक्र किया गया है। 

इसके साथ ही इसी पृष्ठ पर बाकायदा बॉक्स बना कर सूफी वाद गाने वाली रेशमा का थोड़ा-सा जिक्र किया गया है। पृष्ठ 94 पर शहीद ऊधम सिंह बारे पहली बार बोर्ड ने यह तथ्य सामने लाया है कि ऊधम सिंह ने जलियांवाला बाग कांड का बदला लेने के लिए किसी धार्मिक ग्रंथ की जगह हीर के किस्से की शपथ ली थी। 

इस संबंधित जब शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डा. मनोहर कांत कलोहिया के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये 1-2 मामूली गलतियां हैं जिनको ठीक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले एडीशन में छापी गई 29 हजार किताबें बोर्ड के पास ही सुरक्षित पड़ी हैं और इन गलतियों के बारे में बाकायदा एक पन्ना छाप कर पुस्तक के साथ जोड़ा जाएगा। इससे अगले एडीशनों में ये गलतियां ठीक कर दी जाएंगी। अगर और पुस्तकों में भी गलतियां सामने आईं तो वे भी ठीक कर दी जाएंगी। 


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