निगम कमिश्नर से मिलाने के लिए इंतजार करवाने पर भाजपा नेता ने पी.ए. को मारा थप्पड़

punjabkesari.in Tuesday, Sep 22, 2020 - 07:28 PM (IST)

चंडीगढ़ : निगम कमिश्नर के.के. यादव से गांव की समस्याओं पर मिलने आए भाजपा के नेताओं ने मंगलवार दोपहर को हंगामा कर दिया। आरोप है कि कमिश्नर कार्यालय के बाहर बारी का इंतजार कर रहे एक भाजपा नेता ने कमिश्नर के पी.ए. को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद भाजपा नेता कमिश्नर के खिलाफ धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और भाजपा नेताओं को हटाया। पी.ए. जतिन सैनी ने हाथापाई की शिकायत लिखित में पुलिस को दे दी है। कमिश्नर के.के. यादव ने इस बारे में एस.एस.पी. से भी बात की है। 


कांग्रेस का पूर्व मेयर सीधा मिलने चला गया, हमें बाहर बिठाया
लंबा इंतजार करवाने के विरोध में भाजपा नेता उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी के नेतृत्व में नगर निगम की पार्किंग में धरने पर बैठ गए। भाजपा नेताओं का आरोप है कि जिस समय वह कमिश्नर को मिलने आए, उन्हें कमरे के बाहर ही बिठा दिया गया, जबकि कांग्रेस का एक पूर्व मेयर सीधा कमिश्नर को मिलने चला गया। इस दौरान जब पी.ए. जतिन कमिश्नर को मैसेज देने के बाद बाहर आए तो उनकी भाजपा नेताओं से बहस हो गई।


कांग्रेस के पूर्व मेयर ने समय लिया था
जो भाजपा नेता मिलने आए थे, उन्होंने पहले मिलने का समय नहीं लिया था। जबकि कांग्रेस के पूर्व मेयर हरफूल कल्याण ने मिलने का समय पहले ही लिया हुआ था। ऐसे में वह हरफूल कल्याण से बात कर रहे थे और भाजपा नेता बिना समय लिए ही पहुंच गए।
के.के. यादव, निगम कमिश्नर

भाजपा सरकार के गुंडाराज का एक नमूना 
प्रशासन तुरंत भाजपा नेता पर एफ.आई.आर. दर्ज करके सत्ता के नशे में गुंडागर्दी करने वाले ऐसे लोगों को गिरफ्तार करे। कोई भी सभ्य व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम नहीं दे सकता। सरेआम हिंसा करके अपनी गुंडई दिखाना भाजपा सरकार के गुंडाराज का एक नमूना है। सरकारी अफसर व्यवस्था को चलाते हैं और उनका सम्मान करना सभी का नैतिक कर्तव्य है।
लव कुमार, अध्यक्ष, चंडीगढ़ युवा कांग्रेस 

गांव के विकास को पैसे नहीं, तो अफसरों से नहीं अपने मंत्रियों से झगड़ा करो : कांगे्रस
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को निगम कमिश्नर के पी.ए. जतिन सैनी से हाथापाई की कड़े शब्दों में निंदा की और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। नेताओं ने आरोप लगाया कि 5 साल में भाजपा नेता व पार्षदों पर भ्रष्टाचार, अफसरों से लड़ाई, यौन शोषण के मामले, चैक बाऊंस व गुंडागर्दी जैसे आरोप लगे मगर भाजपाइयों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा व वरिष्ठ नेताओं ने सयुंक्त बयान में कहा कि भाजपा ने लोकहित के कार्य तो क्या करने, अपने निजी स्वार्थों व ठेके लेने व दिलवाने में पांच वर्ष बिता दिए। अगर आज गांव के विकास के लिए पैसे नहीं हैं तो अफसरों का क्या कसूर है। झगड़ा करना है तो अपने मंत्रियों से करो, किरण खेर से करो। कांग्रेस पार्टी नेताओं ने प्रशासन से मांग की कि सभी आरोपी भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।

इस तरह की घटनाएं अधिकारियों का मनोबल गिराती हैं, लोक सेवकों के साथ अपमानजनक व्यवहार करना भाजपा की संस्कृति बन गई है, चाहे वह चंडीगढ़ में हो या कहीं और हो। भाजपा पार्षद और नेता न तो शहर की भलाई के लिए कोई काम कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ इस तरह के व्यवहार से शहर में जो भी थोड़ा बहुत काम किया जा रहा है, वह भी बंद हो जाएगा। भाजपा के ऐसे ग़लत तत्वों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और जतिन को न्याय दिया जाए।
प्रेम गर्ग, अध्यक्ष, आप चंडीगढ़ 

कोई बड़ा मसला नहीं, सब गलतफहमी का नतीजा
सब कुछ गलतफहमी से हुआ, कोई बड़ा मसला नहीं था, इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। दो लोगों के बीच गलतफहमी हुई थी। मैंने पार्टी के सीनियर लीडर आशा जसवाल, राजेश कालिया और रामवीर भट्टी को निगम में भेजा, जिनकी निगम कमिश्नर से बातचीत भी हुई। अगर थप्पड़ जैसी घटना घटी है तो गलत है। किसी को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए, मुझे जब पता चला कि निगम में धरना और नारेबाजी हो रही है, तब मुझे खुद निगम आकर मामले को शांत करना पड़ा, पहले मैंने अपनी पार्टी के लोगों को वहां से हटाया और उसके बाद निगम के कर्मचारियों को को भी समझाया कि कोरोना का समय है भीड़ न की जाए। उम्मीद है मामला सुलझ जाएगा। हमने अपनी लिखित शिकायत वापस ले ली है।
 - अरुण सूद, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
 


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ashwani

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