भाजपा प्रत्याशी की घोषणा में देरी से पार्टी को नॉन कैडर वोट का हो सकता है नुक्सान

Sunday, Apr 21, 2019 - 11:08 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : आगामी लोकसभा चुनावों के लिए चंडीगढ़ से भाजपा के प्रत्याशी की घोषणा में हो रही अनावश्यक देरी कहीं अंतिम समय में निर्णय लेने वाले मतदाताओं को उससे दूर न कर दे। अब यह चिंता चंडीगढ़ की भाजपा इकाई को सता रही है। 

शहर में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हरमोहन धवन गत डेढ़ माह से प्रचार में लगे हैं और ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल उनके लिए एक रैली को भी संबोधित कर चुके हैं। कांग्रेस प्रत्याशी पवन कुमार बंसल ने भी पार्टी संगठन के साथ शहर में धुआंधार प्रचार आरंभ कर दिया है। उनके लिए तो पार्टी के दिग्गज भी आना शुरू हो गए हैं। 

पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व सांसद व भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने यहां कांग्रेस के समर्थन में पत्रकारवार्ता की। शहर में हाशिए पर चल रहे अनेक राजनेता भी कांग्रेस व अन्य दलों का दामन थामने लगे हैं। पिछले दिनों भाजपा के बागी पार्षद सतीश कैंथ और पूर्व बसपा नेता अनवर-उल-हक व उनकी पत्नी जन्नत जहां ने भी कांग्रेस का दामन थामा। 

कैंथ का शहर में पिछड़े वर्ग के वोटों पर व हक दम्पति का शहर के एक लाख से अधिक मुस्लिम वोटों पर प्रभाव है। वर्ष 2014 में हक की पत्नी व पूर्व बसपा पार्षद जन्नत जहां ने बसपा टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और करीब 16,000 वोट लिए थे। चंडीगढ़ अकाली दल के पूर्व प्रधान जगजीत सिंह कंग ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया। गत लोकसभा चुनावों में ‘आप’ टिकट पर चुनाव लड़ी गुल पनाग ने एक लाख से अधिक मत बटोरे थे। हालांकि अब ‘आप’ का वोट बैंक बिखर चुका है लेकिन भाजपा के प्रत्याशी के चयन में हो रही देरी से वह वोट बैंक कांग्रेस में जा सकता है।

धड़ों में बंटी भाजपा :
शहर की कालोनियों के वोटों पर सेंधमारी के लिए चंडीगढ़ की आवाज पार्टी के नेता अविनाश सिंह शर्मा गत एक वर्ष से प्रचार में लगे हैं। बसपा भी शीघ्र अपने प्रत्याशी की घोषणा करने वाली है। चंडीगढ़ में धड़ों में बंटी भाजपा का प्रचार अभियान तो चल रहा है लेकिन सभी प्रमुख दावेदार अलग-थलग होकर प्रचार कर रहे हैं। 

पूर्व सांसद सतपाल जैन जहां केवल कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं वहीं पार्टी अध्यक्ष संजय टंडन चाय पर चर्चा व वर्तमान सांसद किरण खेर कॉफी पर चर्चा कर रही हैं। प्रत्याशी की घोषणा न होने के कारण भाजपा कार्यकर्ता भी खामोश बैठा है। पार्टी की गुटबाजी भी जगजाहिर हो रही है।

वर्ष 2014 में भी जब पार्टी हाईकमान ने किरण खेर को चंडीगढ़ से प्रत्याशी बनाया था तो सैक्टर-33 स्थित भाजपा मुख्यालय में खेर के पहुंचने पर अंडे व टमाटर बरसे थे। संभवत: हाईकमान वह परिदृश्य दोहराना नहीं चाहता अत: प्रत्याशी के नाम की घोषणा नामांकन भरने के एक-आध दिन पहले ही होगी। उल्लेखनीय है कि अंतिम चरण के लोकसभा चुनाव की अधिसूचना 22 अप्रैल को होनी है।

Priyanka rana

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