डेढ़ करोड़ से तैयार होगा बर्ड पार्क, गौरैया का अलग से बनेगा आशियाना

Friday, Jan 18, 2019 - 02:45 PM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर के निर्देश पर इन दिनों सुखना लेक के नजदीक स्मृति वन में बर्ड पार्क को तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। हालांकि बजट की कमी की वजह से इसे 2018 में कंप्लीट नहीं किया जा सका था, लेकिन अब यू.टी. के फॉरैस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमैंट ने बर्ड पार्क के लिए लगभग डेढ़ करोड़ का बजट एस्टीमेट तैयार कर लिया है। 

इस साल केंद्र से बजट की डिमांड करते हुए बर्ड पार्क के लिए विशेष तौर पर डेढ़ करोड़ अतिरिक्त मांगा जाएगा। डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार यह बर्ड पार्क सबसे अलग होगा। क्योंकि यहां मुख्य फोकस गौरैया पर रखा जाएगा। पार्क में गौरैया के लिए अलग से आशियाना तैयार किया जाएगा ताकि शहर से लगभग गायब हो चुकी इस बर्ड को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। 

डिपार्टमैंट की कोशिश है कि पड़ोसी राज्यों से मंगाकर अधिक से अधिक बड्र्स यहां रखे जाए। सूत्रों की मानें तो पर्यटकों के लिए यह बर्ड पार्क सबसे आकर्षण का केंद्र बनेगा, क्योंकि यहां गौरेया के अतिरिक्त चंडीगढ़ और इसके आसपास मिलने वाली बर्ड्स की सैंकड़ों स्पीशिज को भी देखा जा सकेगा। 

जल्द करवाया जाएगा बर्ड सैंसस :
सूत्रों की मानें तो अगले महीने डिपार्टमैंट की ओर से बर्ड सैंसेस करवाया जाएगा। इस दौरान यह जानकारी हासिल की जाएगी बर्ड पार्क में कितने पक्षियों के रुकने का इंतजाम करना होगा। यही नहीं, सैंसस से चंडीगढ़ और आसपास पाई जाने वाले पक्षियों की प्रजातियों की भी जानकारी मिल सकेगी। जो कि बर्ड वाचर्स की नॉलेज बढ़ाने के लिए एक अहम पहलु साबित होगा।

पिछले वर्ष मिली थीं 56 प्रजातियां :
डिपार्टमैंट ने पिछले साल भी सिटी फॉरैस्ट का सर्वे भी करवाया था। जिसके जरिए यह जानकारी एकत्रित करने का प्रयास किया गया था कि पक्षियों के लिए यह जगह कितनी फ्रैंडली बन पाई है। 

सर्वे में यह बात सामने आई कि पिछले वर्ष तक 56 प्रजातियों के पक्षियों ने यहां डेरा डाल लिया था। जिनमें ब्लैक फे्रंकोलिन, रेड जंगल फाऊल, इंडिया पी फाऊल, लेजर विसलिंग डक, कौंब डक, स्पॉट बिल्ड डक, पर्पल हेरोन, शिकरा और ब्लैक काइट सहित कई अन्य बड्र्स शामिल थे। 

Priyanka rana

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