लिपिकों की भर्ती में फर्जीवाड़े की आशंका बायोमीट्रिक मिलाने के लिए नहीं आ रहे 50 प्रतिशत उम्मीदवार, 6 फर्जी कैंडीडेट पकड़े

Tuesday, May 24, 2022 - 10:17 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): हरियाणा में भॢतयों को लेकर नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। 4858 क्लर्कों की भर्ती प्रक्रिया में भी फर्जीवाड़े की आशंका जताई जा रही है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा दस्तावेज, फोटो और बायोमीट्रिक के मिलान में पकड़े जाने के डर से उम्मीदवार जांच के लिए नहीं आ रहे हैं। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने अभी तक करीब 6000 युवाओं को जांच के लिए बुलाया लेकिन उनमें से मात्र 2983 युवा ही दस्तावेज, फोटो व बायोमीट्रिक के मिलान के लिए आयोग के पास पहुंचे हैं। इनमें 6 युवा ऐसे पकड़े गए हैं, जिन्होंने स्वयं परीक्षा न देकर उनके स्थान पर किसी दूसरे ने परीक्षा दी थी। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के बाद इन पकड़े गए युवाओं ने स्वीकार किया कि परीक्षा देने वाले कोई दूसरे व्यक्ति हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस ने प्रयास तेज कर दिए हैं। कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने कहा कि हम ज्वाइङ्क्षनग के समय भी बायोमीट्रिक निशान का मिलान करेंगे और कोई भी फर्जी या गलत ज्वाइङ्क्षनग नहीं होने देंगे।

 


हाईकोर्ट ने कर्मचारी चयन आयोग को लिपिकों की भर्ती का संशोधित परीक्षा परिणाम 3 माह में जारी करने के आदेश दिए 
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने कर्मचारी चयन आयोग को लिपिकों की भर्ती का संशोधित परीक्षा परिणाम 3 माह के भीतर जारी करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने 3 प्रश्नों के सही उत्तर देने वालों को अवसर न मिलने पर फाइनल आंसर-की के आधार पर रिजल्ट दोबारा तैयार करने के लिए कहा था लेकिन आयोग ने बायोमीट्रिक निशान मिलाने की कार्रवाई शुरू कर अभ्यॢथयों में हड़कंप मचा दिया है। लिपिकों के 4858 पदों के लिए करीब साढ़ नौ लाख युवाओं ने परीक्षा दी थी। बायोमीट्रिक मिलान व दस्तावेजों की जांच का काम 21 मई से आरंभ हुआ था, जो 6 जून तक चलेगा। इस अवधि में जांच के लिए 24 हजार 500 युवाओं को बुलाया जाएगा, जिसके बाद फाइनल रिजल्ट घोषित होगा। आयोग की कोशिश 3 माह के भीतर ही संशोधित फाइनल भर्ती परिणाम जारी कर देने की है।

 

 
भर्ती के दौरान बायोमीट्रिक हाजिरी ली गई थी 
हरियाणा में लिपिकों के पदों पर भर्ती के दौरान उनकी बायोमीट्रिक हाजिरी ली गई थी। पूरे दस्तावेज जांच के समय बायोमीट्रिक निशान भी लिए गए थे लेकिन उन्हें मिलाया नहीं गया था। इसीलिए अब आयोग द्वारा नए सिरे से दस्तावेजों की जांच और मिलान शुरू किया गया है, जिसमें लिखित परीक्षा के समय लिए गए बायोमीट्रिक निशान और दस्तावेज जांच के समय बायोमीट्रिक निशान दोनों का मिलान किया जा रहा है। इसीलिए ऐसे उम्मीदवार डर के कारण दस्तावेज जांच के लिए ही नहीं आ रहे हैं, जिन्होंने वास्तव में भर्ती होने के लिए फर्जीवाड़ा किया है। 

Ajay Chandigarh

Advertising