अंत्योदय योजना से गरीबों का हो रहा उत्थान, लाभार्थियों के हौसले को मिली उड़ान

Wednesday, Jun 15, 2022 - 09:07 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की आॢथक उन्नति में अब गरीबी या अन्य किसी प्रकार की बेडिय़ां आड़े नहीं आएंगी। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरदॢशता एवं संकल्प से प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य 1 लाख 80 हजार रुपए की वाॢषक आय से कम वाले परिवारों को आॢथक रूप से सुदृढ़ करना है। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों के माध्यम से गरीब परिवारों को उनकी इच्छा व रुचि अनुसार सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़कर उनको योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इससे ऐसे लाभाॢथयों को अपना व्यवसाय शुरू करने से न केवल आॢथक लाभ पहुंचा है बल्कि उनका आत्म-सम्मान भी बढ़ा है। 

 


मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना से जीवन को मिली उन्नति की राह : राम निवास
जिला सिरसा में ऐसे लाभाॢथयों के हौसलों को उड़ान व उनका मनोबल बढ़ाने के लिए सिरसा के उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने आज लाभार्थी सिरसा की परमार्थ कालोनी निवासी सविता व दिव्यांग राम निवास की दुकान पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहा। राम निवास ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के बारे में जानकारी मिली तो वह संबंधित विभाग के अधिकारियों से मिले। उसके बाद अधिकारियों द्वारा उसे फोन के माध्यम से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में बुलाया गया। मेले में लगी विभिन्न विभागों की स्टॉलों व हैल्पडैस्क के माध्यम से बड़ी सरलता के साथ उनका आवेदन भरवाया गया। हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आॢथक रूप से कमजोर वर्ग कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों के लिए लघु व्यवसाय योजना/दिव्यांग स्वावलंबन योजना के माध्यम से उन्हें 50 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध करवाया गया। ऋण मिलने के बाद उन्होंने मिट्टी के बर्तन बेचने का कार्य शुरू किया। आज वो अपने कार्य से संतुष्ट है और अपने परिवार का पालन पोषण बेहतर ढंग से कर पा रहा है।

 


दूसरों को भी दे रहे रोजगार : सविता
सिरसा में बेगू रोड स्थित परमार्थ कालोनी में सिलाई की दुकान चला रही सविता ने बताया कि वो सिलाई कढ़ाई का काम जानती थी, लेकिन पैसों की कमी के कारण अपना व्यवसाय शुरू नहीं कर पा रही थी। दुकानदारों के माध्यम से सिलाई के कार्य से होने वाली आय से परिवार का गुजर बसर में परेशानी हो रही थी और वो अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए भी सक्षम नहीं थी। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना ने उनकी किस्मत ही बदल दी। मेले के माध्यम से उन्हें विधवा ऋण योजना के तहत सिलाई कार्य के लिए 1 लाख रुपए का ऋण मिला, जिससे उसने परमार्थ कालोनी में दुकान कर अपना सिलाई व कपड़ा बेचने का व्यवसाय शुरू किया। ऋण मिलने से और व्यवसाय सही चलने से मेरा हौसला बढ़ा और मैंने अपने साथ-साथ दो और बहनों को भी अपने साथ जोड़ा। आज वो न केवल अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल में भेज रही हैं बल्कि अपने परिवार का पालन-पोषण भी बेहतर तरीके से कर पा रही हैं।


 

Ajay Chandigarh

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