अक्तूबर में बंदरों से रहें सावधान, बढ़ जाती हैं हमले की शिकायतें

Sunday, Oct 02, 2016 - 11:26 PM (IST)

चंडीगढ़, (कुलदीप): चंडीगढ़ वन्यजीव विभाग के हैल्पलाइन नंबर पर रोजाना बंदरों के हमले की 3-4 शिकायतें आ रही हैं। अक्तूबर में बंदरों से सावधान रहें और उनका सामने होने पर हमला करने व किसी तरह का रिएक्शन करने से बचें। वहीं, विभाग का दावा है कि सितंबर व अक्तूबर में बंदरों में सैक्सुअल एक्टिविटी बढऩे के कारण वे ज्यादा आक्रामक और गुस्सैल हो जाते हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय से बंदरों के हमले की कॉल को संज्ञान में लेकर विभाग ने बंदरों को भगाने व पकडऩे की ओर तेजी से कदम बढ़ाया है। 
इसके साथ विभाग के कर्मचारी चंडीगढ़ में बंदर बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को सावधानियां बरतने की जानकारी दे रहे हैं। हैल्पलाइन पर बंदरों के हमले व परेशान करने की कॉल 1-2 आती थी लेकिन सितंबर व अक्तूबर में 3-4 कॉल्स आ रही हैं। जुलाई में 91, अगस्त 94 कॉल्स आई। वहीं सितंबर ऐसी 123 कॉल्स आई हैं। इसमें पिछले 3 साल में 461 बंदरों को काबू कर छोड़ा:) 

वन्यजीव विभाग ने साल 2013 से अब तक में 461 बंदरों को पकड़कर बाहर छोड़ा है। लेकिन, विभाग अधिकारियों के अनुसार बंदर दोबारा से चंडीगढ़ में आ जाते है। 
इन सावधानियों से होगा बचाव
- बंदरों का सामने होने पर उन्हें चिढ़ाने, भगाने की कोशिश न करें। 
- बच्चों के साथ घूमने वाले बंदरों की तरफ जाने की कोशिश न करें, अन्यथा वह तुरंत अटैक करेगा।  
- बंदरों को डंडा दिखाने या हमला करने का इशारा करने पर वह अटैक करते हैं। 
- बंदरों को कभी खाने-पीने की चीजें नहीं दें। 
- बंदरों पर किसी तरह की खुद कार्रवाई करने के अच्छा है वन्यजीव विभाग की हैल्पलाइन पर शिकायत दें। 

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