मानसून दस्तक दे सकती है फंगल इंफैक्श रहें सचेत

Wednesday, Jun 29, 2016 - 08:06 AM (IST)

चंडीगढ़, (रवि पाल): मानसून दस्तक देना वाला है, जिसमें जरा सी असावधानी बीमार भी कर सकती है। इस मौसम में फंगल इंफैक्शन का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर्स की मानें तो यह सबसे ज्यादा बीमारियां देने वाला मौसम होता है। 

 

चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. जतिन की मानें तो इस मौसम में उमस ज्यादा होने की वजह से पसीना ज्यादा आता है, जिसकी वजह से इस मौसम में फंगल इंफैक्शन के केस बढ़ जाते हैं। बारिश के दिनों सोरायिस(त्वचा रोग) होना एक आम बात है।

 

इसमें बॉडी में लाल चकते पडऩे शुरु हो जाते हैं। डॉक्टर जतिन ने बताया कि मौसम में कीड़े मकौड़े बढ़ जाते हैं ऐसे में उनके काटने के केस भी आजकल हॉस्पिटल में ज्यादा आते हैं।  वहीं बालों का झडऩा, चिकन पॉक्स, पिंपल्स, जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। 

 

बीमारी से कैसे बचें इस सीजन में नहाने के बाद बॉडी को अच्छी तरह सुखा लें। खासकर ज्वाइंट वाली जगह जैसे कोहनी, जांघों को। गीले शरीर पर कपड़े पहनने से फंगल इंफैक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

 

फंगस दूर करने के लिए मार्किट में कई तरह के पाउडर आते है। डॉक्टर्स की मानें तो इस मौसम में कॉटन के कपड़े पहनने चाहिए। क्योंकि कॉटन आपका पसीना आसानी से सोख लेता है। 

 

डाइट से दूर करें बीमारी

शहर की डायटीशियन सोनिया की मानें सही डाइट लेकर भी बरसात में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। बालों का झडऩा इस मौसम में आम हैं वहीं कई सारी बीमारियों से बचने के लिए हमे पानी ज्यादा पीना चाहिए। दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी जरूर पीए। वहीं इस मौसम में बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए। सीजनल फल, दालें, प्रोटीन, सब्जिया जरूर खाएं। 

 

मौलीजागरां के भाजपा नेता मंगत राम गोयल ने बताया कि मंगलवार को सुबह सवेरे हुई बरसात के चलते रोड-गलियां बंद होने से पानी सड़कों पर कई-कई फुट बहा। उन्होंने कहा कि अगर बंद रोड-गलियां लोग खुद न खोलते तो यहां पानी लोगों के घरों में घुस कर तबाही मचा देता। 

 

उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग बरसात से पहले रोड-गलियों की सफाई नहीं करवाता जिससे आए साल बारिश के दिनों में समस्या पेश आती है। बारिश के चलते इंदिरा कॉलोनी में भी जल थल हो गया और स्मार्ट सिटी में गिना जाने वाले चंडीगढ़ की इंदिरा कॉलोनी में बारिश के पानी की निकासी का कोई स्थायी प्रबंध न होने के कारण पानी सड़कों पर चलने लगा जिसमें वाहन चालक कई घंटे तक  फंसे रहे और ड्यूटी भी समय पर नहीं जा सके।

 

कॉलोनी में घुसने वाला रास्ता जलमग्न होकर तालाब जैसी स्थिति में नजर आ रहा था। गगन व संतोष गिरि ने बताया कि बारिश की वजह से सड़क किनारे जमीन धंस गई। 

 

मनोज शुक्ला ने बताया कि रोड विंग के अधिकारियों को कई बार बुलाकर इस समस्या को दिखाया कि इस प्रकार की समस्या आगे हो सकती है इसलिए रोड के लेवल को सही करो और नाले से पानी निकासी को सही करो लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। 

 

बरसाती पानी की निकासी का सही प्रबंध न होने के कारण मोरीगेट बाजार, गोविंदपुरा में भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। लोगों ने कहा कि पब्लिक हैल्थ को चाहिए कि पेश आ रही दिक्कत का शीघ्र समाधान करवाए अन्यथा बारिश के दिनों में समस्या और भी गंभीर हो जाएगी।

Advertising