अब पांच साल में होगा BE और MBA का कोर्स

Monday, Apr 23, 2018 - 10:44 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी के यू.आई.ई.टी. विभीग में जारी इंटीग्रेटिड बी.ई. (कैमिकल)-एम.बी.ए. कोर्स  सैशन 2018-19 से साढ़े पांच साल की बजाए पांच साल में हो पाएगा। इस दौरान स्पोर्टस फीस और स्पोर्टस डिवैल्पमैंट फीस भी 10 फीसदी तक बढ़ेगी। इन मुद्दों पर फाईनल मोहर 29 अप्रैल को सिंडीकेट मीटिंग में लगेगी। 

 

स्पोर्ट्स विभाग का बजट तीन साल से बढ़ रहा है लेकिन आय उतनी नहीं हो पा रहा, यह भी मुद्दा मीटिंग में आएगा। इसके अलावा डी.एस.डब्ल्यू. प्रो. एम्यूनल नाहर और डी.एस.डब्ल्यू. (वूमैन) प्रो. नीना कप्लाश का कार्यकाल साल के लिए बढऩे का प्रस्ताव भी मीटिंग में लाया जाएगा। डी.एस.डब्ल्यू. का कार्यकाल 31 मई को खत्म होने वाला है। वहीं फिजीक्स विभाग के  प्रो. रजन कुमार को एसोसिएट डीन स्टूडैंट वैल्फेयर नियुक्त किया है। 

 

विदेशी स्टूडैंट्स की संख्या बढ़ाने के लिए टाइअप
पी.यू. में विदेशी स्टूडैंट्स की संख्या बढ़े इसके लिए ग्लोबल एजुकेशन एडवाईजर्स ग्रुप के  साथ पी.यू. टॉयअप कर सकता है। हालंकि पी.यू. इसके लिए कोई अलग कंपनी को पे नहीं करेगा। इसके लिए पी.यू. का कंपनी के साथ एम.ओ.यू. साईन कर टॉयअप कर हर एक विदेशी स्टूडैंट के दाखिले पर10 फीसदी ट्यूशन फीस देने का विचार है।   

 

 इन पर भी होगी चर्चा
-पी.यू. में 61 सिक्योरिटी गार्डस रखे जाने हैं, जिन्हें आऊटसोर्स पर रखा जाए या फिर पी.यू. अपने स्तर पर रखेगी इस पर चर्चा होगी। 
-स्पोर्ट्स विभाग में फिजिकल एजुकेशन में पी.यू. स्पोर्ट्स कमेटी अब 20 की बजाए अब 26 मैंबर होंगे। 
-हॉस्टल में खरीददारी और ऑडिट और प्री-ऑडिट  की गाईडलाईन पर चर्चा। 
-सिस्टम बॉयोलाजी एंड बायोइन्फोरमैटिक्स सिमैस्टर सिस्टम की आसंरबुक के मूल्यांकन से अगर कोई स्टूडैंट संतुष्ट नहीं होता तो डी.यू.आई. या वी.सी. की परमिशन से एक एग्जामिनर का इंडीपेंडैंट पैनल नियुक्त किया जाएग। 
-यू.आई.ई.टी. में बी.ई. में विजुअल इम्पायर्ड, इंटलैक्चुअल डिसएबलिटी, मैंटल बिहेवियर,  न्यूरोलाजिकल यापर्किंसन डिस्एबलिटी व मल्टीपल डिसएबलिटी  के स्टूैडट को एडमिशन देने के लिए  इन  कैटागरी में सीटें रखी जाएंगी। 
-एफ.सी.आई. से  सेवानिवृत हो चुके  ज्वाइंट  गुरबख्स सिंह नेे पीएच.डी.  धारक पर टैम्परिंग का आरोप लगाया है और मामला चीफ विंजीलैंस ऑफिसर को भेजा है। 


प्रो. कोमल  सिंह का मामला
पब्लिक एडमिनिस्टरेशन विभाग के  प्रो. कोमल सिंह पर विभाग के 17 स्टूडैंट द्वारा लगाए गए सैक्सुअल हरासमैंट के आरोपों का मामला फिर सिंडिकेट मीटिंग में आएगा। आरोपों के आधार पर उनकी डिमोशन की जा सकती है या दो इन्क्रीमैंट रोकी जा सकती हैं। 

 

इसके अलावा अन्य एक्शन भी लिया जा सकता है। हालांकि पिछली सीनेट में उन्हें सर्विस से रिमूव करने के लिए वोटिंग भी करवाई गई थी। सिंडीकेट मीटिंग में वी.सी. द्वारा कोर्ट में  दिए गए एफिडेविट के मुद्दे पर हंगामा होने की उम्मीद है।

Punjab Kesari

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