छात्रवृत्ति घोटाले में CBI ने 3 बैंकों से रिकॉर्ड लिया कब्जे में

Thursday, Nov 28, 2019 - 10:36 AM (IST)

शिमला(राक्टा) : 250 करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. ने बुधवार को चंडीगढ़ स्थित 3 बैंकों में एक साथ दबिश दी। इस दौरान जांच टीम ने संबंधित बैंकों से अहम रिकार्ड भी कब्जे में लिया। आरोप है कि बाहरी राज्य स्थित कुछ राष्ट्रीयकृत बैंकों में फर्जी तरीके से छात्रों के खाते खोले गए और बाद में सुनियोजित तरीके से उनमें पड़ी छात्रवृत्ति की राशि को हड़प लिया गया। 

सूचना के अनुसार सुबह से शुरू हुई जांच एजैंसी की कार्रवाई दोपहर तक चलती रही। अब तक की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आपसी मिलीभगत से करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया है। छात्रों द्वारा आवेदन पत्रों में जिन बैंक खातों का उल्लेख किया था, उनके स्थान पर दूसरे बैंक खातों में छात्रवृत्ति जमा की गई। आशंका जताई जा रही है कि स्कॉलरशिप आबंटन में अनियमितताओं का खेल लंबे समय से चला था।  

सूत्रों के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाले में अब 30 हजार से अधिक छात्रवृत्तियां फर्जी पाई गई हैं। निजी संस्थानों ने छात्रवृत्तियां हड़पने के लिए सभी नियमों को ताक पर रखा। सी.बी.आई. बारी-बारी उन छात्रों के बयान भी दर्ज कर रही है, जिनके दस्तावेजों का दुरु पयोग कर छात्रवृत्तियां हड़पने का खेल रचा गया। 

बिना आधार नंबर के खोल दिए बैंक खाते :
सामने आया है कि बैंक में छात्रों के खाते बिना आधार कार्ड के ही खोले गए। यहां तक कि बैंक में छात्र के नाम से खोले गए खाता के तहत निजी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों ने अपने मोबाइल नंबर दे दिए, ताकि छात्र के बैंक खाते में पडऩे वाली स्कॉलरशिप की राशि की जानकारी मिलती रहे। इसके साथ ही एडमिशन के समय में साइन किया हुआ लिया गया चैक बाद में छात्रवृत्ति की राशि निकालने के लिए प्रयोग किया गया। 

Priyanka rana

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