नहीं हुई ट्रांसफर तो बैंक मैनेजर ने उठाया यह खौफनाक कदम...

punjabkesari.in Sunday, Apr 30, 2017 - 08:59 AM (IST)

पिंजौर(रावत) : गांव मल्ला के सर्व ग्रामीण हरियाणा बैंक के मैनेजर ने ट्रांसफर होने से परेशान होकर शनिवार को बैंक के बरामदे में खुद पर डीजल डालकर आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। अम्बाला निवासी बैंक मैनेजर महेन्द्र पाल भोसले (52) ने बताया कि अढ़ाई साल पहले जब वह हिसार में सेवाएं दे रहे थे तो उस समय उन्होंने आलाधिकारियों से गुहार लगाई थी कि वह हार्ट पेशैंट हैं और उनका परिवार अम्बाला में रहता है, इसलिए उनका तबादला अम्बाला के आसपास किया जाए। 

 

महेन्द्र पाल ने बताया कि काफी गुहार के बाद उन्हें हिसार से एक वर्ष पहले कालका के गांव मल्ला की ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया। महेन्द्र ने बताया कि अभी उन्हें एक साल भी पूरा नहीं हुआ था कि 25 अप्रैल को उनका रोहतक ट्रांसफर का ऑर्डर आ गया। उन्होंने अम्बाला के रीजनल मैनेजर ओर चेयरमैन से गुहार लगाई कि उनकी ट्रांसफर इतनी दूर ना करें। उन्होंने बताया कि नियम के मुताबिक 3 साल से पहले किसी की ट्रांसफर नहीं हो सकती, लेकिन बार-बार गुहार लगाने पर भी उन्हें केवल यह ही सुनने को मिला कि जहां का ऑर्डर हुआ है, उन्हें वहीं जाना होगा। तब उन्होंने निराश होकर ऐसा कदम उठाने का मन बनाया।

 

एक साल में 2 बार आया ट्रांसफर का आर्डर :
बैंक स्टाफ के एक कर्मचारी ने बताया कि महेन्द्र पाल का एक साल में ही दूसरा ट्रांसफर ऑर्डर आया था। तब ही से वह कुछ परेशान चल रहे थे। शनिवार को भी जब वह सुबह बैंक पहुंचे तो चुपचाप अपने कैबिन में बैठ गए। किसी से कोई बात नहीं की। दिन के समय करीब डेढ़ बजे वह बाहर गए और बरामदे के पास जरनेटर में डालने के लिए रखी डीजल की कैनी को अपने ऊपर उलटकर जैसे ही आग लगाने लगे तो गनमैन ने उन्हें देख लिया और उन्हें धक्का देकर माचिस छीन ली। चोट लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जब सर्व ग्रामीण बैंक हरियाणा के अम्बाला जोन के रीजनल मैनेजर वीरेंद्र शेरावत से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस तरह के मामले की कोई जानकारी नहीं है। 


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