रैफर करने से पहले रोगियों की कोविड-19 जाँच सुनिश्चित करें पड़ोसी राज्य : बदनौर

Sunday, Apr 26, 2020 - 01:49 PM (IST)

चंडीगढ़ (साजन) : रिव्यू मीटिंग में पी.जी.आई. निदेशक प्रो. जगतराम ने प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर को बताया कि कोविड-19 की पूर्व जांच के बिना गैर गंभीर रोगियों को पी.जी.आई. भेज दिया जा रहा है। प्रशासक ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि वे पड़ोसी राज्यों से इस संबंध में बात करें और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें रैफर करने से पहले अस्पतालों में ऐसे रोगियों की जांच की जाए। 

चंडीगढ़ के अस्पतालों में भी उनका इलाज करने से पहले आवश्यक जांच की जाए। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि अगर चंडीगढ़ के प्रमुख अस्पताल सक्रंमण  का केंद्र बन जाते हैं तो संपूर्ण स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली चरमरा जाएगी। उन्होंने चंडीगढ़ के सभी नागरिकों से अपील की कि वे डोर-टू-डोर सर्वे के लिए जाने वाली मैडिकल टीमों के साथ सहयोग करें और अपनी बीमारी या यात्रा आदि के बारे में कोई जानकारी न छिपाएं।  

3000 परिवारों को गेहूं दालें दी :
आई.ए.एस. विनोद पी कावले ने बताया कि कूपन वितरण और सोशल डिस्टेंसिंग की उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद 3000 परिवारों को मौली परिसर, विकासनगर, मौलीजागरां आदि क्षेत्र में पी.एम.जी.के.ए.वाई. के तहत गेहूं और दालें दी गई हैं। 33,600 लाभार्थियों को खाद्यान दिया गया है। डी.सी. मंदीप सिंह बराड़ ने बताया कि विभिन्न हिस्सों में डेस्टिनेशन और जरूरतमंद व्यक्तियों के बीच 1.57 लाख भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं।  

स्टूडेंट्स को कठिनाई में न डाला जाए :
प्रधान सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि व्यापक सक्रंमण के चरम मामले में पंजाब विश्वविद्यालय के छात्रावासों को केवल कोविड देखभाल के लिए एक स्टैंडबाय के रूप में रखने के लिए चुना गया है। 

उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति और कुल सचिव से व्यक्तिगत रूप से अनुरोध किया गया है कि छात्रों को किसी भी कठिनाई में नहीं डाला जाए। अवधि के दौरान किसी भी छात्र को अपना सामान लेने आने की आवश्यकता नहीं होगी। उनके सामान को विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा स्टोर रूम में सुरक्षित रूप से रख दिया जाएगा।   

Priyanka rana

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