कोविड-19 महामारी के दौर मे΄ गरीबो΄ का सहारा बनी आयुष्मान भारत योजना’

Friday, May 21, 2021 - 07:59 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): कोरोना महामारी में गरीब परिवारों के लिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना उनके जीवन को बचाने में बेहद कारगर साबित हुई है। इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा से पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक को इस खौफ से मुक्ति मिली है कि उन्हें कोरोना हो गया तो क्या होगा, इलाज के लिए पैसे कहां से आएंगे। हरियाणा में इस योजना के तहत 15.50 लाख परिवार पंजीकृत हैं, जो प्रति परिवार 5 लाख रुपए वाॢषक तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।योजना बारे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार उन बी.पी.एल. परिवारों के कोरोना मरीजों के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का पूरा खर्च भी वहन करेगी, जो किसी कारणवश आयुष्मान भारत योजना में पंजीकृत नहीं हो सके।


हरियाणा में इस योजना के तहत 5 करोड़ रुपए की राशि कोरोना मरीजों के इलाज पर खर्च की गई है। प्रदेश में इस योजना को लागू करने के लिए ‘आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य सुरक्षा प्राधिकरण’ का गठन किया गया है। इस प्राधिकरण ने 11,374 व्यक्तियों की कोविड-19 की जांच व उपचार पर लगभग 5 करोड़ रुपए की राशि खर्च की है। हरियाणा सरकार ने इलाज के खर्च को देखते हुए इस योजना में सूचीबद्ध कोविड के इलाज के लिए अधिकृत अस्पतालों को 20 प्रतिशत अतिरिक्त धनराशि भी प्रदान कर रही है ताकि गरीब के इलाज में पैसे की तंगी के कारण कोई कमी न रह जाए। हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना के लाभाॢथयों के कोविड-19 के उपचार के लिए 261 सूचीबद्ध अस्पताल हैं जिनमें 68 सरकारी तथा 193 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं। 


‘अस्पतालों ने 2.59 लाख मरीजों के इलाज के लिए 315 करोड़ रुपए की राशि के क्लेम किए’
इस योजना में प्रदेश के 593 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 417 प्राइवेट तथा 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। इन अस्पतालों ने अब तक 2.59 लाख मरीजों के इलाज के लिए 315 करोड़ रुपए की राशि के क्लेम किए हैं। इनमें से 2.33 लाख मरीजों के इलाज के लिए 263 करोड़ रुपए की राशि के क्लेम का सरकार द्वारा भुगतान किया जा चुका है।
 

Ajesh K Dharwal

Advertising