पीयू को एडवांस में एमरजैंसी यूज़ के लिए मिले 11 करोड़ रुपए, ऑडिट ने लगा दी ऑबजैकशन

Tuesday, May 24, 2016 - 09:25 AM (IST)

चंडीगढ़, (रश्मि): सत्र-2014-15 में पी.यू. में में कुछ फैकल्टी मैंबरों को एडवांस के तौर पर राशि दी गई जो किसी फैकल्टी मैंबर की पर्सनल जरूरत के लिए नहीं बल्कि विभागों के विभिन्न कार्यों, एग्जाम और वर्कशॉप आदि के लिए दी थी। इस एडवांस पर ऑडिट ने ऑबजैकशन लगाई है। 

 

ऑब्जैक्शन में कहा है कि फैकल्टी को एडवांस एमरजैंसी में दिया जाता  है जो हर साल 31 मार्च तक एडजस्ट किया जाता हैलेकिन इसे अभी तक एडजस्ट नहीं किया गया। जानकारी के मुताबिक  पी.यू. के ऐसे फैकल्टी मैंबर की संख्या 549 है जिन्हें  सत्र 2014-15 में एडवांस दिया था।  

 

फैकल्टी को दिया जाने वाले एडवांस के 11 करोड़ रुपए ऐसे हैं जो बतौर एडवांस फैकल्टी को दिए हैं हालांकि इनमें से कई एडवांस फैकल्टी मैंबर ने पी.यू. से जुड़े कार्य करवाने के लिए ही लिए हैं। इस पैसों पर ऑडिट ने ऑब्जैक्शन लगाई है। यह एडवांस विभिन्न विभागों की फैकल्टी मैंबर्स ने लिया है। लेकिन पी.यू. प्रबंधन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।

 

इसलिए लिया एडवांस: इन फैकल्टी मैंबर्स ने विदेश में पढ़ाई करने लिए, वार्षिक परीक्षा कंडक्ट करवाने, रिफ्रैशमैंट, बस खरीदने, लैक्चर देने, कैपिस्टी बिल्डिंग कार्यक्रम, वर्कशाप, नैशनल सैमीनार, क्रॉकरी आईटम खरीदने, एजुकेशनल ट्रिप्स, स्टडी टूर, फील्ड वर्क, फील्ड इक्पिमैंट आदि खरीदने के लिए यह एडवांस लिया था। 

 

यह एडवांस पी.यू. के विभिन्न विभागों के डिफैंस स्टडीज, यू.आई.पी.एस., पब्लिकेशन ब्यूरो, बायोटैक्नोलॉजी आदि के अलावालुधियाना, महिलपुर, गढ़शंकर, जलालाबाद ने लिया है। 

 

हर साल पैंडिंग रहता है एडवांस: ऐसा एडवांस हर साल ही पी.यू. फैकल्टी पर पैंडिंग रहता है लेकिन फैकल्टी की तरफ से इस एडवांस को वापस नहीं किया जाता है। पी.यू. की करोड़ों की राशि ऐसे ही विभिन्न फैकल्टी पर पैंडिंग पड़ी है।

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