अमन अरोड़ा ने दिए स्टेट सी.बी.जी. पॉलिसी तैयार करने के लिए वर्किंग ग्रुप बनाने के निर्देश

Tuesday, Mar 28, 2023 - 08:55 PM (IST)

चंडीगढ़,(शर्मा): राज्य में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कम्प्रैस्ड बायोगैस (सी.बी.जी.) प्रोजैक्ट स्थापित करने में और अधिक तेजी लाने के लिए पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने आज सभी संबंधित पक्षों का एक वर्किंग ग्रुप गठित करने के आदेश दिए। इस ग्रुप द्वारा अप्रैल महीने के आखिर तक रिपोर्ट जमा करवाई जाएगी।  

 

 


यहां पेडा भवन में सी.बी.जी. डिवैल्परों, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, गेल, आई.सी.ए.आर. और बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ सिलसिलेवार मीटिंगें कीं, जिससे सी.बी.जी. प्लांटों से संबंधित अलग-अलग विभागों में लटक रहे मसलों का निर्णय किया जा सके। सी.बी.जी. प्रोजैक्टों से संबंधित अलग-अलग विभागों में अलग-अलग स्तर पर बकाया पड़ी मंजूरियों पर ङ्क्षचता जाहिर करते हुए अमन अरोड़ा ने पंजाब ऊर्जा विकास एजैंसी (पेडा) के अधिकारियों को हिदायत की कि वह लंबित पड़े मामलों के जल्दी निपटारे के लिए संबंधित विभागों के साथ संपर्क करें, जिससे सी.बी.जी. प्रोजैक्टों की स्थापना के लिए मंजूरियां देने की प्रक्रिया को और तेज किया जा सके। मीटिंग के दौरान कैबिनेट मंत्री ने कुछ अधिकारियों को फोन करके सभी लंबित मामलों को बगैर किसी देरी से निपटाने के लिए भी कहा।  

 

 


सी.बी.जी. की खरीद और उठवाई के बारे में अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सी.बी.जी. और इससे पैदा हुई फरमैंटिड ऑर्गेनिक मैन्योर (जैविक खाद) की खरीद और उठवाई के लिए एक उचित विधि विकसित करने के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिया कि वह सी.बी.जी. की खरीद और उठवाई का मामला केंद्र सरकार के पास भी उठाएंगे। अमन अरोड़ा ने सी.बी.जी. डिवैल्परों को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब प्रमुख तौर पर कृषि प्रधान राज्य है और यहां धान की पराली और कृषि अवशेष पर आधारित सी.बी.जी. प्रोजैक्ट लगाने की अथाह संभावनाएं हैं क्योंकि यहां हर साल 20 मिलियन टन से अधिक पराली का उत्पादन हो रहा है।  

 

 

अमन अरोड़ा ने कहा कि पेडा द्वारा पहले ही 43 सी.बी.जी. प्रोजैक्ट अलॉट किए जा चुके हैं और यह 43 प्रोजैक्ट मुकम्मल होने पर सालाना लगभग 18 लाख टन धान की पराली का उपभोग करेंगे, जिससे रोजाना की 510.58 टन सी.बी.जी. पैदा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 33.23 टन (टी.पी.डी.) की कुल क्षमता वाला एशिया का सबसे बड़ा सी.बी.जी. प्लांट संगरूर जिले में पहले ही कार्यशील हो चुका है और 12 टी.पी.डी. क्षमता का एक और सी.बी.जी. प्रोजैक्ट खन्ना में कार्यशील हो चुका है जिसका ट्रायल चल रहा है। उन्होंने कहा कि 52.25 टी.पी.डी. की कुल क्षमता वाले 4 अन्य प्रोजैक्ट अगले 4-5 महीनों में कार्यशील होने की संभावना है।  

 

 


मीटिंगों में पेडा के चेयरमैन एच.एस. हंसपाल, पंजाब जैनको लिमिटेड के चेयरमैन नवजोत सिंह मंडेर (जरग), पेडा के डायरैक्टर एम.पी. सिंह, सी.जी.एम. गेल प्रवीर अग्रवाल, एस.एम. मार्कीटिंग गेल ध्रुव अटल, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के कश्तिज संध्या, डी.जी.एम. इंडियन ऑयल जी. जौहल, ए.जी.एम. एस.बी.आई. मोहाली के. पंत, डी.जी.एम. एस.बी.आई. मोहाली अरुना ठाकुर, ए.जी.एम. केनरा बैंक सुनील खुमारी के अलावा वरबीयो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ऐनरनैकस्ट प्राइवेट लिमिटेड (थरमैक्स ग्रुप), एवर ऐनवायरो रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड, आई.आर.एम. एनर्जी, पी.ई.एस. रीन्यूबल्ज प्राइवेट लिमिटेड, ङ्क्षथद सी.बी.जी. प्राइवेट लिमिटेड, टोरैंट गैस, ङ्क्षथक गैस और गुजरात गैस के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

Ajay Chandigarh

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