आर्य इंफ्रा लिमिटेड ने शुरू की शहर की सभी 26 पेड पार्किंग्स

Tuesday, Jun 20, 2017 - 08:50 AM (IST)

चंडीगढ़ (राय): आर्य इंफ्रा लिमिटेड ने सोमवार को शहर की सभी 26 पार्किंग्स शुरू कर दीं। इससे पहले कंपनी ने सैक्टर-17 स्थित मल्टीलैवल पार्किंग को ट्रायल बेस पर शुरू कर दिया था। बारिश के कारण पार्किंग ठेकेदार के कर्मियों ने बीच में थोड़ी देर काम बंद रखा लेकिन बारिश थमते ही वे फिर लोगों से पार्किंग शुल्क लेते नजर आए। सैक्टर-22 मेंं सुबह से ही पार्किंग कर्मी हरी और संतरी वर्दियों में पहुंचे हुए थे और मार्कीट में हर आने जाने वाले से पार्किंग शुल्क वसूल रहे थे। कंपनी के प्रोजैक्ट कोआर्डीनेटर संदीप ने बताया कि वह कर्मचारियों की ट्रैनिंग के लिए पार्किंग को पहले शुरू कर रहे हैं, ताकि भली भांति वह अपने काम को समझ सकें। उन्होंने बताया कि कुल 350 कर्मियों को सभी पार्किंग में लगाया गया है, जिसमें 70 प्रतिशत महिला कर्मी शामिल हैं। इससे पहले भी कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है। 


 

कंपनी 3 माह बाद वसूलेगी बढ़ा हुआ पार्किंग शुल्क 
शहरवासियों से सोमवार को पहले वाला पार्किंग शुल्क ही वसूला गया, जब तक इन पार्किंग को पूरी तरह से स्मार्ट नहीं बनाया जाता तब तक यहीं शुल्क रहेगा। इस काम में कंपनी को 3 माह लगेंगे। इसके बाद ही कंपनी बढ़ा हुआ पार्किंग शुल्क वसूलेगी। फिलहाल पहले वाला ही पार्किंग शुल्क दोपहिया वाहनों के लिए 2 रुपए व चार पहिया वाहनों के लिए 5 रुपए वसूला जा रहा है। स्मार्ट पार्किंग बनने के बाद चार पहिया वाहनों के लिए पहले चार घंटे के 10 रुपए व उसके बाद हर 2 घंटे के अतिरिक्त समय के लिए 10 रुपए चुकाने होंगे। दोपहिया वाहन चालकों को 4 घंटे के लिए 5 रुपए और फिर अतिरिक्त प्रति दो घंटे के लिए 5 रुपए का भुगतान करना होगा। 


 

पार्किंग्स स्मार्ट बनाने को एक माह का समय 
सोमवार के बाद से कंपनी के पास शहर की पार्किंग्स को स्मार्ट करने को एक माह का समय है। मालूम हो कि आर्य इंफ्रा कंपनी ने 14 करोड़ 76 लाख रुपए में पार्किंग्स को चलाने का टेंडर लिया है। पहली बार निगम को पेड पार्किंगों की नीलामी से इतनी कमाई हुई है। जबकि निगम ने शहर की पार्किंग्स के टैंडर का रिजर्व प्राइस 4 करोड़ तय किया था। अभी तक ज्यादातर पार्किंग खाली थी, जहां लोग नि:शुल्क वाहन पार्क कर रहे थे। सोमवार से अभी कंपनी की ओर से पुराना रेट ही चार्ज किया जा रहा है जबकि जो निगम ने रेट बढ़ाने का फैसला लिया है वह पार्किंग स्मार्ट बनने के तीन माह बाद लागू होगा। 

 

कंपनी को सभी पार्किंगों को स्मार्ट बनाने के लिए एक माह का समय दिया गया है। निगम ने दो माह पहले जहां पर पार्किंग के रेट दोगुने कर दिए हैं वहीं 4 घंटे बाद हर घंटे के हिसाब से पार्किंग शुल्क वसूल किया जाएगा लेकिन अभी पहले की तरह दोपहिया वाहन से दो और कार चालक से 5 रुपए शुल्क ही वसूला जा रहा है। कंपनी के प्रोजैक्ट कोऑर्डीनेटर संदीप भोरा का कहना है कि सभी पार्किंग के प्रवेश और निकासी द्वार पर नए बूथ रखे जाएंगे जबकि एक माह बाद शहर की पार्किंग्स पूरी तरह से स्मार्ट हो जाएंगी।


 

ई स्मार्ट पार्किंग नाम से ऐप भी बनाया 
स्मार्ट पार्किंग सिस्टम के तहत पहले तो सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे व इसका एक सैंट्रल सर्वर रूम सैक्टर-17 स्थित नगर निगम कार्यालय में बनाया जाएगा, जहां से निगम इन पार्किंग पर नजर रख सकेगा। इसके लिए मोबाइल ऐप लांच किया जाएगा, जिसके जरिए वाहन चालक को पता चल सकेगा कि कौन सी पार्किंग में वाहन पार्क करने के लिए स्पेस है। इस ऐप के जरिए ही वह स्पेस की बुकिंग व भुगतान भी कर सकेगा। कंपनी ने ई स्मार्ट पार्किंग नाम से एक ऐप भी बनाया है, जिसके माध्यम से लोग शहर की किसी भी पार्किंग में अपने वाहन के लिए एडवांस में पार्किंग स्पेस बुक करवा पाएंगे। 

 

इसी ऐप के जरिए ही पार्किंग कर्मचारी प्रवेश द्वार पर पहुंचने वाले चालकों की पर्ची काटेंगे। पार्किंगों और उनमें बचे स्पेस की पूरी जानकारी ऐप में होगी। कंपनी ने चालकों की पर्ची काटने के लिए कर्मचारियों को मोबाइल फोन दिए हैं। ऐप में कर्मचारी आने वाले वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर डालेंगे और पर्ची का प्रिंट निकाल देंगे। कर्मचारियों को मोबाइल के साथ ही छोटा सा प्रिंटर दिया गया है। यह प्रिंटर बेल्ट के साथ ही अटैच होगा। कंपनी ने मल्टीलेवल पार्किंग की कमान पहले ही संभाल रखी है।


 

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