रामपाल की सुरक्षा करना हैड कांस्टेबल को पड़ा भारी

Friday, Jan 30, 2015 - 08:57 AM (IST)

चंडीगढ़: हिसार के सतलोक आश्रम में रामपाल को गिरफ्तार करने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान उसकी सुरक्षा में तैनात हरियाणा पुलिस के जवान को हरियाणा सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। यह जानकारी हरियाणा सरकार की ओर से रामपाल पर चल रहे आपराधिक अवमानना मामले में सुनवाई के दौरान दी गई।

सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार ने बताया कि हैड कांस्टेबल विजेंद्र सिंह पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए कमेटी बनाई गई थी और इस कमेटी ने यह निर्णय लिया है कि रामपाल की सुरक्षा के लिए वहां मौजूद रहने के चलते उसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।

साथ ही हरियाणा सरकार ने रामपाल की संपत्ति बारे बताया कि उन्होंने अन्य राज्यों के चीफ सैक्रेटरी और केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिखा है और अभी उनके जवाब का इंतजार है। हरियाणा पुलिस की ओर से हलफनामा दखिल करते हुए बताया गया कि रामपाल को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया के दौरान कुल 112 जवानों को चोट आई थी। साथ ही पुलिस की ओर से 111 कर्मियों की मैडीकल रिपोर्ट भी कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता को सौंप दी गई।

हाईकोर्ट ने इस मामले में अब हरियाणा सरकार से 10 मार्च तक रामपाल की संपत्ति का ब्यौरा दाखिल करने को कहा है। साथ ही केंद्र सरकार से जवाब तलब करते हुए कहा कि सेना के जवान पर अबतक क्या कार्रवाई की गई है इस बारे में हाईकोर्ट को सूचित किया जाए। हाईकोर्ट ने गत गुरुवार को रामपाल व उनके साथ अभियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा समिति के अध्यक्ष राम कंवर ढाका व मैडीकल सर्टीफिकेट बनाने वाले डा. ओ.पी. हुड्डा को अगले आदेशों तक पेशी से छूट दे दी है।

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