LIC के नाम पर ठगने वाले गिरोह के 6 आरोपी काबू, 37 लाख बरामद

Friday, Oct 04, 2019 - 08:28 AM (IST)

मोहाली(कुलदीप) : लोगों को फोन कर इंश्योरैंस कंपनी एल.आई.सी. के नाम पर ठगने वाले गिरोह ने दिल्ली में अपना अड्डा बना रखा था। वहां पर सैंकड़ों छोटे-छोटे कॉल सैंटर खोलकर लोगों को इंश्योरैंस कंपनियों के नाम पर ठगने के लिए कॉल करते थे। मोहाली पुलिस के एस.पी. (डी) हरमन हंस और डी.एस.पी. साइबर क्राइम पुलिस रुपिंद्रदीप कौर सोही ने यह खुलासा 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद किया।  

एस.पी.(डी) हरमन हंस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अनुराग शुक्ला निवासी गांव रामपुर (उत्तर प्रदेश) मौजूदा निवासी पांडव नगर दिल्ली, अवनीश शुक्ला निवासी गांव ऊराई यू.पी. मौजूदा निवासी पांडव नगर, मंगल सिंह निवासी राशिद मार्कीट गली नंबर 7 (जगतपुरी) दिल्ली, राजेश कुमार यादव निवासी गांव गोपालपुर जिला बलिया मौजूदा निवासी न्यू अशोक नगर दिल्ली, कपिल निवासी बहादुरगढ़, रमेश मिश्रा निवासी गांव बदलपुर यू.पी. मौजूदा निवासी नया बास सैक्टर-15 नोएडा शामिल हैं। 

पकड़े गए इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 37 लाख 30 हजार रुपए और एक कार भी बरामद की है। पुलिस ने फेज-11 पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर रखा था। इससे पहले भी 7 आरोपी गिरफ्तार किए थे। उनसे की गई पूछताछ के बाद अब 6 को काबू किया गया। इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।

फॉच्र्यूनर गाड़ी, 14 मोबाइल फोन, 12 चैक बुक्स भी बरामद :
डी.एस.पी. सोही ने बताया कि गिरफ्तार किए आरोपियों से कुल 37 लाख 30 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। यह इन्होंने पंजाब व कई राज्यों के बुजुर्ग और रिटायर्ड लोगों को एल.आई.सी. की बकाया राशि जमा करवाने के बदले फोन कॉल कर ठगी थी। 

इसके अलावा आरोपियों के बैंक अकाऊंट्स में 7 लाख रुपए फ्रिज भी करवा दी गई है। एक हरियाणा नंबर की फॉच्र्यूनर भी बरामद हुई जो ठगी के पैसे से खरीदी गई थी। आरोपियों से 14 मोबाइल फोन, 3 फिक्सड वायरलैस फोन, अलग-अलग बैंकों की 12 चैक बुक्स भी बरामद हुई हैं।

एल.आई.सी. का डाटा चोरी करके शुरू की ठगी :
डी.एस.पी. सोही ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि पहले वह वर्ष 2012 में अलग-अलग कॉल सैंटर्स में काम करते थे लेकिन उसके बाद एल.आई.सी. का डाटा उनके हाथ लग गया। उन्होंने अलग-अलग टीमें बना कर उस डाटा से लोगों को फोन करके ठगना शुरू कर दिया। 

उन्होंने बताया कि आरोपी अपने दूसरे साथियों को डाटा मोटी कीमत पर बेचते भी थे। पुलिस इस बात का भी पता लगाएगी कि एल.आई.सी. का डाटा कैसे चोरी हुआ और ठगों के पास कैसे पहुंचा। 

Priyanka rana

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