अनुपम खेर के रोल की वजह से नहीं मिली लोकसभा की टिकट : किरण खेर

Thursday, May 09, 2019 - 09:06 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना) : भाजपा से चंडीगढ़ लोकसभा सीट की प्रत्याशी किरण खेर का कहना है कि ‘द एक्सीडैंटल प्राइम मिनिस्टर’ फिल्म में अनुपम खेर के रोल की वजह से उन्हें लोकसभा की टिकट नहीं मिली। न ही अनुपम को उनकी टिकट के लिए कोई दौड़ धूप करनी पड़ी है। 

भाजपा किसी को भी सिफारिशी टिकट नहीं देती है। नरेंद्र मोदी व अमित शाह के काम करने की अपनी शैली है। वह गुपचुप तरीके से संसदीय क्षेत्र में सर्वे करवाते हैं और जीतने वाले को ही टिकट मिलता है। बेशक अनुपम ने फिल्म में अच्छा काम किया है, लेकिन उनके फिल्म के किसी रोल की वजह से मुझे टिकट कतई नहीं मिली। पांच साल में चंडीगढ़ के लिए मैंने बहुत से काम किए हैं। 

मैंने शहर के लिए मुंबई छोड़ दिया। मेरा परिवार मुंबई रहता है और मैं चंडीगढ़। साल में सिर्फ छह दिन दिवाली के पास मैं मुंबई जाती हूं, मेरे बेटे का जन्मदिन भी तब ही होता है। संसद में भी मेरी उपस्थिति 86 प्रतिशत है। चंडीगढ़ के लिए 9 से अधिक फिल्मों के प्रस्ताव ठुकरा दिए। मुझे दोबारा मौका मिलेगा, मैं आश्वस्त हूं, यहां के लिए मैंने बढिय़ा योजनाएं बनाई हैं। बंसल तो कई साल तक चंडीगढ़ की कमान संभाले रहे हैं उन्होंने यहां के लिए एक भी चीज की है?

हमने किसी का नाम नहीं लिया, बंसल क्यों भड़क गए : खेर
बकौल, किरण खेर मैट्रो के पोस्टर पर सोशल मीडिया टीम ने शब्द यूज किया कि हम कोई घोटाला नहीं करेंगे। हमने किसी का नाम तो नहीं लिया था, बंसल जी को आपत्ति क्यों हुई? जब उनका नाम ही किसी ने नहीं लिया तो वो भड़क क्यों गए? 

खेर ने कहा कि मेरे कार्यकाल के दौरान ही चंडीगढ़ स्वच्छता अभियान में दूसरे नंबर पर आया था। दुर्भाग्य यह रहा कि जिस दिन सर्वे के लिए टीम आई उस दिन सफाई कर्मचारी हड़ताल पर थे व सड़कों पर कूड़ा बिखरा था। लेकिन मुझे भरोसा है कि अब स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर नंबर वन पर होगा।

-आपके राजनीतिक करियर में अनुपम खेर की क्या भूमिका है?
अनुपम जी का मजबूत राजनीतिक दृष्टिकोण है। देशभक्त होने के साथ वह ईमानदार पति भी हैं। उन्होंने व मेरे बेटे ने मेरी व्यस्तता की वजह से बहुत सहन किया है। हम न तो एक दूसरे के जन्मदिन, न शादी की सालगिरह और न ही करवाचौथ पर मिल पाते हैं। इन दिनों अनुपम मेरे साथ प्रचार कर रहे हैं।

-भाजपा ने नाम घोषित करने में देरी क्यों की, क्या और उम्मीदवार की तलाश थी?  
चंडीगढ़ की सीट पंजाब के साथ घोषित होती है। गुरदासपुर के उम्मीदवार की खोज के चलते मेरा नाम घोषित नहीं हो रहा था। 

-भाजपा में आपके आने के बाद गुटबाजी क्यों बढ़ी है, हरमोहन ‘आप’ के हो गए, टंडन मन से साथ नहीं?
यहां पहले से ही खींचतान चल रही थी। बेशक धवन आप में चले गए, लेकिन आज भी वह मुझे बहन ही कहते हैं। रही बात टंडन मन से मेरे साथ क्यों नहीं, यह वही बता सकते हैं मैं क्या कहूं?

-वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में क्या अंतर है?
दूसरी अवधि के चुनाव हमेशा कठिन होते हैं। कार्यकाल के दौरान बेशक बहुत से काम करवाएं हैं लेकिन कुछ न कुछ चीजें अधूरी रही होंगी, परंतु दोबारा मौका मिलने पर सब काम पूरें होंगे। 

-पार्किंग के नाम पर लोगों से भारी भरकम शुल्क वसूले जाते रहे लेकिन चुनावों के पास शुल्कों में कटौती कर दी गई?
ऐसा नहीं है कि चुनावों की वजह से पार्किंग रेट घटाए गए हैं, लोगों की पॉकेट का ख्याल है मुझे। इस वजह से यह शुल्क कम किए हैं। पार्किंग की समस्या दूर करने के लिए भी योजना बनाई जाएगी।

-पिछले लोकसभा चुनाव आपने 70,000 मतों के अंतर से जीते थे, इस बार आपको कितने वोट मिलने की उम्मीद है?
जीत का सेहरा इस बार भी मैं ही पहनूंगी और इस दफा मुझे पहले से ज्यादा वोट मिलेंगे।

सवाल : ई.डी. द्बारा रेलवे रिश्वत घोटाले में बंसल के भांजे की 89.68 लाख की राशि चुनावों के समय जब्त किए जाने के लिए कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है?
जवाब : क्या मैं इतनी पावरफुल प्रत्याशी हूं कि ईडी को किसी एक्शन के लिए मजबूर कर सकती हूं? भाजपा की नीतियां साफ सुथरी हैं। न तो हम करप्शन करते हैं और न ही उसको बर्दाश्त करते हैं। रही बात बंसल के आरोप की कि मैंने खौफ में आकर यह करवाया तो यह सब झूठ है, मैं उनसे बिल्कुल भी नहीं डरती और चुनाव जीत कर रहूंगी।

सवाल : आपने सांरगपुर के अलावा रायपुरकलां, मक्खनमाजरा को भी गोद लिया था परंतु सिर्फ सारंगपुर का विकास हो सका?
जवाब : सारंगपुर में बहुत ज्यादा काम किए हैं 6 से 7 करोड़ रुपये यहां क युनिटी सैंटर, स्पोर्ट्स कांपलैक्स, डिस्पैंसरी, सड़कें अत्यादि बनवाने पर ही खर्च किए हैं। मक्खन माजरा और रायपुरकलां की कामीनों के झगड़े कोर्ट में चल रहे हैं। वहां की कामीनों पर काम कैसे कर सकते हैं?अब दूसरे गांवों को गोद लेकर वहां काम किया जाएगा।

Priyanka rana

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