एंटी रैबीज वैक्सीन का स्टॉक खत्म, हैल्थ सेक्रैटरी और एडवाइजर को लीगल नोटिस

Friday, Jun 14, 2019 - 11:44 AM (IST)

चंडीगढ़ (हांडा): गर्मियों में उत्तेजित होने पर स्ट्रे डॉग्स अधिक काटते हैं। चंडीगढ़ में हर रोज डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ रही हैं। रोज डॉग बाइट के 30 मामले सैक्टर-19 की एंटी रैबीज क्लिनिक (डिस्पैंसरी) में आ रहे हैं लेकिन डॉग बाइट का शिकार लोगों को एंटी रैबीज वैक्सीन नहीं मिल रही। 

 

किसी भी अस्पताल व डिस्पैंसरी में यह वैक्सीन नहीं है। न ही कैमिस्ट शॉप्स पर ही वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध है, जिसके चलते डॉग बाइट के शिकार लोगों को पंजाब या हरियाणा के अस्पतालों में भेजा जा रहा है।  

 

तो हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेंगे
अब हालत ऐसे बन गए  हैं कि हरियाणा व पंजाब में भी एंटी रैबीज वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो रहा है, जिसके चलते मरीजों की चिंताए बढऩे लगी हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एडवोकेट एच.सी. अरोड़ा ने चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिव व एडवाइजर को लीगल नोटिस भेजा है। 

 

इसमें कहा गया है कि एंटी रैबीज वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां मुनाफे के लालच में वैक्सीन एक्सपोर्ट कर रही हैं, जिन पर रोक लगाने की जरूरत है। नोटिस में सुझाव दिया गया है कि बिगड़ रही स्थिति को देखते हुए दवा निर्माता कम्पनियों द्वारा एंटी रैबीज वैक्सीन के एक्सपोर्ट पर रोक लगाई जाए या यह तय किया जाए की पहले यहां की जरूरत पूरी हो, उसके बाद बची वैक्सीन एक्सपोर्ट की जाए। 

 

या उत्पादन और खपत को देखते हुए कुल उत्पादन से एक्सपोर्ट का हिस्सा फिक्स कर दिया जाए। उन्होंने नोटिस के माध्यम से एंटी रैबीज वैक्सीन की कालाबाजारी होने की बात भी की है। 

 

एडवोकेट अरोड़ा ने कहा है कि अगर उन्हें लीगल नोटिस का जवाब नहीं मिलता और प्रशासन उक्त विषय को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाता तो वह दो सप्ताह बाद वह पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेंगे। 

pooja verma

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