रिपोर्ट में खुलासा : होटलों के बचे खाने से ही हुई 100 से ज्यादा पशुओं की मौत

Sunday, Aug 25, 2019 - 01:13 PM (IST)

मोहाली(विनोद) : आखिरकार गांव कंडाला में हुई 100 से भी ज्यादा पशुओं की मौत का खुलासा हो ही गया। इसका खुलासा जांलधर व लुधियाना की लैबोटरी की रिपोर्ट से हुआ है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि पशुओं की मौत पोटोलिसम बीमारी के कारण हुई है। मामले की जाँच का जिम्मा पंजाब के सी.एम. कैप्टन अमरिदंर सिंह ने ए.डी.सी. अमरदीप सिंह बैंस को सौंपा गया था। 

ए.डी.सी. अमरदीप सिंह बैंस ने बताया कि मौके से मिले होटलों के खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए जांलधर व लुधियाना की गढवासू लैबोटरी में भेजा था। जहां से दोनो लैबोटरियों की रिपोर्ट में पशुओं की मौत का कारण एक जैसा ही बताया गया है। 

पशुओं की मौत का कारण होटलों से बचा हुआ खाना ही था जो बरसात पड़ने से गीला होने के कारण उसमें बैक्टीरिया बन जाते है, जिनकी वजह से यह खाना जहर बन गया उसका नाम एफ्लाटोकसन है। जिस बीमारी से पशुओं की मौत हुई है उसका नाम बोटोलिसम है। बैंस ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि वह होटलों के खाने को पशुओं को न डालें। 

अभी तक मुआवजे का कोई ऐलान नहीं :
गांव कंडाला व जगतपुरा निवासियों ने कहा कि उनके पशुओं की मौत के मामले में अभी तक प्रशासन की ओर से कोई मुआवजा देने का कोई ऐलान नहीं किया गया है। 

अभी भी कई लोग होटलों के खाने पर निर्भर :
मोहाली ही नहीं उसके साथ सटे गांवों के लोग जो डेयरी चला रहे है उनमें से ज्यादातर लोग होटलों से बचे खाने पर ही निर्भर हैं और अपने पशुओं को चारे व फीड में मिलाकर यह खाना देते है। उनका कहना है कि इससे पशु दूध ज्यादा और गाढा देते है, साथ ही वह खाना उन्हे सस्ते दामों पर मिल जाता है। 

वहीं, गांव कंडाला व उसके पास के गांवों ने पशुओं की मौत के बाद काफी लोगों ने होटलों से खाना लाना बंद कर दिया है। उन्हीं में से बडमाजरा निवासी राजकुमार का कहना है कि उसके पास 4 पशु है वह भी होटल से बचा हुआ खाना लाकर उन्हें देता था लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि ये खाना खाने से पशुओं की मौत हो गई तो उसने उसी दिन खाना लाना बंद कर दिया है। 

Priyanka rana

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