अमित कटोच हत्याकांड : 3 दिन बाद भी पुलिस नहीं पकड़ सकी आरोपियों को, परिजनों ने घेरा थाना
punjabkesari.in Monday, Jul 01, 2019 - 09:56 AM (IST)
चंडीगढ़(सुशील) : सैक्टर-40 की मार्कीट में सरेआम कांच की टूटी बोतल घोंप कर अमित कटोच की हत्या करने वालों को पुलिस तीन दिन बाद भी पकडऩे में नाकाम रही। पुलिस की ढीली जांच से गुस्साए परिजन रविवार दोपहर सैक्टर-39 पुलिस स्टेशन पहुंचे। लोगों के तेवर देखकर पुलिसकर्मियों ने उन्हें गेट पर रोक दिया और अंदर जाने से मना कर दिया। इस पर अमित कटोच के दोस्त और रिश्तेदारों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इसके बाद परिजनों को सैक्टर-39 पुलिस स्टेशन के अंदर जाने दिया गया। मृतक के भाई सुमित कटोच समेत परिजन थाना प्रभारी से मिले। उन्होंने हत्यारे रजत तिवारी समेत अन्य आरोपियों को जल्द से जल्द पकडऩे की मांग की। उधर, थाना प्रभारी ने परिजनों को बताया कि हत्यारों को पकडऩे के लिए कई पुलिस टीमें बनाई गई हैं। टीमें छापेमारी करने में लगी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही हत्या के आरोपी पुलिस हिरासत में होंगे।
रंजिश में हुई थी हत्या :
शुक्रवार 11.30 बजे अमित कटोच किसी काम से सैक्टर-40 की मार्कीट में आया था। यहां लक्की स्वीट्स के पास रजत तिवारी अपने चार दोस्त के साथ आया और उन्होंने चाकुओं और कांच की बोतलें अमित के पेट और कमर में घोंप दी। लहूलुहान हालत में पुलिस ने अमित को पी.जी.आई. में दाखिल करवाया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
परिजनों ने बताया था कि करीब एक साल पहले अमित का किसी बात को लेकर रजत के साथ विवाद हो गया था। उस समय उसके परिजनों ने बीच-बचाव करते हुए विवाद को सुलझा दिया था लेकिन इसी रंजिश में उसकी हत्या की गई है। मृतक कार बेचने और खरीदने का काम करता था। खरड़ स्थित सन्नी एन्क्लेव निवासी सुमित कटोच के बयानों पर उसके भाई अमित की हत्या करने वाले रजत तिवारी और अन्य युवकों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था।
अपहरण मामले में वांटेड है आरोपी रजत तिवारी :
आरोपी रजत तिवारी चंडीगढ़ पुलिस का अपहरण मामले में वांटेड था। अगर पुलिस रजत तिवारी को अपहरण मामले में अरैस्ट कर लेती तो अमित की जान बच सकती थी। रजत तिवारी ने 15 अप्रैल को अपने दोस्तों के साथ गन प्वाइंट पर सैक्टर-34 वेरका बूथ के पास हर्ष गोयल का अपहरण किया था।
सैक्टर-34 थाना पुलिस ने हर्ष के बयानों पर रजत तिवारी, पीयूष शर्मा, हरप्रीत सिंह उर्फ लाड़ी, योगी, चेतन, कुलदीप और नाबालिग पर मारपीट और अपहरण का मामला दर्ज कर सैक्टर-41 निवासी पीयूष गोयल और नाबालिग को दबोच लिया। रजत तिवारी और उसके साथ अपहरण मामले में तब से फरार चल रहे था।