इस रामनवमी पर बनेंगे अदभुद् संयोग और योग, आएगी परिवार में खुशहाली: राजीव आचार्य

Monday, Apr 08, 2024 - 06:09 PM (IST)

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महासंघ और राष्ट्रीय ज्योतिष एवम रुद्राक्ष अनुसंधान संस्थान के आजीवन सदस्य  ज्योतिषाचार्य और वास्तुशास्त्री राजीव आचार्य कहते है कि वाल्मीकि रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम का जन्म कर्क लग्न और पुनर्वसु नक्षत्र से संयोग में  जब सूर्य  , मंगल , शुक्र , गुरु और शनि अपनी अपनी उच्च राशि में थे , तब हुआ था । इस वर्ष भी भगवान श्रीराम के जन्म के समय जो अपराह्न 12 बजे की अवधि में माना जाता है उस समय  में  कर्क लग्न रहेगा  , साथ ही सूर्य , और शुक्र अपनी, अपनी उच्च राशि मेष और मीन में रहेंगे ।इस समय शुक्र के मीन में होने के कारण मालव्य योग बनेगा और लक्ष्मी नारायण योग भी बनेगा ।इस शुभ दिन में रवि योग का शुभ संयोग भी बनेगा ।उनके अनुसार विधिपूर्वक भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना से अनेको शुभ फल प्राप्त होंगे ।

 

वे बताते है कि इस वर्ष 9 अप्रैल को घटस्थापना के साथ अखंड चैत्र नवरात्र प्रारंभ होगी ।प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ हो जायेगी परंतु उदया तिथि के कारण नवरात्रि घटस्थापना 9 अप्रैल को की जाएगी । इस दिन 7 :31:06 मिनट से अश्विनि नक्षत्र का प्रथम चरण शुरू होगा ।इस शुभ दिन गुरु और चंद्र के संयोग से गजकेसरी योग बनेगा ।मंगलवार और अश्विनि नक्षत्र के मिलन से सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का शुभ योग रहेगा ।वे कहते है कि इस वर्ष सभी नौ दिनों में अनेको योग और शुभ संयोग रहेंगे। सूर्य बुध के कारण बुद्ध आदित्य योग , मालव्य राजयोग , विपरीत राजयोग , लक्ष्मी नारायण योग , सौभाग्य योग, रवि योग , त्रिपुष्कर योग आदि रहेंगे जो भक्तो की मनोकामना पूर्ण करेगे।

 

राजीव आचार्य बताते है कि भगवान श्रीराम के जन्म के समय मालव्य योग भाग्य स्थान में बनने के कारण प्रभु श्रीराम की कृपा से उनकी पूजा अर्चना करने वाले के परिवार में खुशहाली का माहौल बनेगा, भाग्य में वृद्धि होगी , पिता का सहयोग मिलेगा  , चंद्र के अपनी स्वराशी में होने और सूर्य के उच्च राशि मेष में होने से नौकरी में तरक्की के अवसर बनेगे, उन्नति होगी , व्यापार में लाभ होगा, भाई बहनों में प्रेम बढ़ेगा । ऐसे व्यक्ति जिनकी कुडली में शनि की साढ़े साती या ढैया चल रही है उन्हे इस दिन वैज्यंती माला धारण करने से लाभ होगा ।इस दिन विधिविधान से भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना करने से सभी शुभ फल प्राप्त होंगे ।

Varsha Yadav

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