मंडियों में बारदाना नहीं, किसानों को भुगतान नहीं : कु.शैलजा

Thursday, Apr 15, 2021 - 08:10 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कु.शैलजा ने कहा कि प्रदेश की मंडियों में गेहूं व सरसों खरीद के सरकार के सभी दावे खोखले साबित हुए हैं। मंडियों में न तो फसलों की खरीद हो रही है और न ही उठान का कोई प्रबंध है। बारदाना नहीं होने की वजह से अधिकांश मंडियों में अव्यवस्था का आलम है। उन्होंने कहा कि बारदाना व तिरपाल की कमी से किसानों की फसल भी सुरक्षित नहीं है।

 


उन्होंने कहा कि सरकार ने दावा तो किया था कि किसानों की फसलों का ‘जे-फार्म’ कटने के 72 घंटों के भीतर भुगतान होगा, लेकिन स्थिति यह है कि हजारों किसानों को पिछले सप्ताहभर से पेमैंट नहीं मिली है। मंडियों में व्यापक प्रबंध नहीं होने की वजह से सरकार डेढ़ दर्जन से अधिक मंडियों को बंद कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी मंडियों में किसान अपनी फसल लेकर तो पहुंच रहे हैं, लेकिन उनकी खरीद नहीं हो रही।


कु.शैलजा ने कहा कि आढ़तियों और सरकार के बीच चल रहे तनाव का असर भी मंडियों में खरीद पर पड़ा है। आढ़तियों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय सरकार उन्हें भी तंग करने पर आमदा है। उन्होंने कहा कि सी.एम. मनोहर लाल खट्टर व डिप्टी सी.एम. दुष्यंत सिंह चौटाला ने बड़े-बड़े बयान देते हुए कहा था कि पेमैंट में देरी होने पर ब्याज भी दिया जाएगा। यहां ब्याज तो दूर की बात किसानों को उनकी फसलों की कीमत ही नहीं मिल रही।


‘मंडियों में किसानों को फसल बेचने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही’ 
शौलजा ने कहा कि एक ओर जहां केंद्र सरकार के तीन काले कानूनों के खिलाफ किसान पिछले करीब 5 महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत हैं, वहीं अब मंडियों में भी किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। अब मौसम में आ रहे बदलाव ने भी किसानों की ङ्क्षचता बढ़ा दी है। मौसम वैज्ञानिकों ने बारिश की संभावना जताई है। अगर ऐसा होता है तो मंडियों में पड़ा किसानों का अनाज भीगेगा और फिर सरकार नमी के नाम पर किसानों के साथ ठगी करेगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र करनाल की मंडियों में बारदाने की कमी की वजह से अनाज का उठान नहीं हो पा रहा। 

Vikash thakur

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