स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट पर तेजी से करें काम, जे.ई.आर.सी. ने दिए निर्देश

Thursday, Jul 14, 2022 - 07:03 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा)। ज्वाइंट इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमीशन (जे.ई.आर.सी.) ने बिजली विभाग को स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट पर काम तेज करने के निर्देश दिए हैं, ताकि पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाए  जा सकें। कमीशन ने आदेश जारी करने के एक माह बाद विभाग को प्रोजैक्ट की प्रोग्रैस रिपोर्ट सम्मिट करने के भी निर्देश दिए हैं। इससे पहले पार्लियामैंट्री स्टैंडिंग कमेटी ने भी प्रोजैक्ट में तेजी लाने के आदेश दिए थे। विभाग ने पायलट प्रोजैक्ट के अंदर कुल 24149 स्मार्ट मीटर लगा दिए हैं, जो करीब 28 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट है। अब पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू करनी है। पूरे शहर के लिए करीब 241 करोड़ रुपए में स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट का काम कंप्लीट करना है। 

 


बता दें कि जे.ई.आर.सी. के समक्ष शहर के लोगों ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट पर तेजी से काम करने की अपील की थी, जिसके बाद ही कमीशन की तरफ से ये आदेश जारी किए गए। विभाग की तरफ से कहा गया कि प्रोजैक्ट के तहत उन्होंने 24149 स्मार्ट मीटर लगाने का काम पूरा कर लिया है, जबकि पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के काम की केंद्र सरकार से मंजूरी बाकी है। बता दें कि स्मार्ट मीटर न लगने के कारण फिलहाल एनर्जी ऑडिट का काम भी नहीं हो रहा है। कमीशन भी इस संबंध में कई बार निर्देश जारी कर चुका है। अब दोबारा फिर से विभाग को एनुअल एनर्जी ऑडिट रिपोर्ट पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। पार्लियामैंट्री स्टैंडिंग कमेटी में मुद्दा उठा था कि शहर में इलैक्ट्रिसिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए यह प्रोजैक्ट बहुत महत्वपूर्ण है, जिसकी जल्दी अप्रूवल के लिए काम कि या जाना चाहिए। जिसके बाद ही बताया गया कि मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स की तरफ से इस काम के लिए 241 करोड़ रुपए अप्रूव किए गए और मार्च 2020 में प्रशासन को भी इसके प्रति अवगत करवाया गया था। यह नया इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने के बाद लोगों को बिजली कट से छुटकारा मिलेगा, क्योंकि इससे लोड भी क म हो जाएगा। अभी फिलहाल पुरानी वायर होने के चलते लोड बढ़ता जा रहा है, जिससे हमेशा लोगों को बिजली कट का सामना करना पड़ता है। 

 

इन सैक्टरों में लगाए गए स्मार्ट मीटर
विभाग की सब डिवीजन नंबर 5 के अंदर पहले ये सभी स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इसके अंदर जो सेक्टर और गांवों आते हैं, उनमें इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1, 2, से क्टर-29, 31, 47, 48, राम दरबार, गांव फैदां, हल्लोमाजरा, बहलाना, रायपुर कलां, मखनमाजरा और दड़वा आदि गांव शामिल हैं। इसे एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नाम  दिया गया है।
 

 

ऐसे कंट्रोल होगा पूरा प्रोजैक्ट :
इस पायलट प्रोजैक्ट का कंट्रोल बिजली विभाग में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजेशन (स्काडा) से होगा। चंडीगढ़ प्रशासन ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के तहत सैक्टर-18 में स्काडा सैंटर बनाने का काम पूरा कर लिया है। स्काडा के कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी किसी भी कंज्यूमर की कंजप्जन ज्यादा होने पर बिजली कट लगा देगा।  साथ ही उसे मैसेज भी देगा। वहीं इसमें लाइन टूटने या फॉल्ट का भी पता लगता रहेगा। इसमें एरिया के उपभोक्ता की बिजली चली जाने पर दूसरे सब-स्टेशन से सकाडा के कंप्यूटराइज सिस्टम से ऑटोमैटिक जोड़ी जाएगी। 

Ajay Chandigarh

Advertising