पुनर्वास योजना : अब प्रशासक 3 मार्च को सौंपेंगे मलोया फ्लैट्स की चाबियां
Friday, Mar 01, 2019 - 08:52 AM (IST)
चंडीगढ़ (राजिंद्र): प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर द्वारा मलोया में पुनर्वास योजना के तहत बने फ्लैट्स की चाबियां सफल अलॉटियों को सौंपी जाएंगी। इसके लिए 3 मार्च को वहां पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इससे पहले बोर्ड इन फ्लैट्स की अलॉटमैंट के लिए ड्रा भी निकाल चुका है। इस दौरान प्रशासक द्वारा अन्य प्रोजैक्ट्स का नींव पत्थर और उद्घाटन भी किया जाएगा। इससे पहले इन फ्लैट्स की अलॉटमैंट के लिए पी.एम. मोदी के भी शहर में आने की चर्चा थी लेकिन प्रशासन के वह प्रयास सिरे नहीं चढ़े।
इसके लिए पी.एम.ओ. ऑफिस को कई प्रोजैक्ट्स की लिस्ट भी भेजी गई थी।इस संबंध में प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि इसके लिए डेट फाइनल कर ली गई है और अब प्रशासक ही इन फ्लैट्स की लोगों को अलॉटमैंट करेंगे।
25 फरवरी को बोर्ड ने सैक्टर-35 स्थित किसान भवन में इसके लिए ड्रा भी निकाला था और ड्रा के दौरान कुल 2390 लाभाॢथयों को फ्लैट्स के नंबर दिए गए थे, जिसमें 79 दिव्यांग भी शामिल थे, जिन्हें ग्राऊंड फ्लोर पर फ्लैट्स अलॉट किए गए थे। इन फ्लैट्स का निर्माण दो साल पहले 250 करोड़ रुपए की लागत से करवाया गया था।
इसके अलावा जिन प्रोजैक्ट्स का प्रशासन उद्घाटन या नींव पत्थर रखवा सकता है, उसमें सैक्टर-48 का 100 बैड हॉस्पिटल, गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एंड हॉस्पिटल सैक्टर-32 में मैंटल हैल्थ इंस्टीच्यूट, पी.जी.आई. में एडवांस मदर एंड चाइल्ड केयर सैंटर और सैक्टर-38वैस्ट, 42 और 56 के तीन स्पोटर््स कॉम्पलैक्स शामिल है।
पिछले साल से चल रही थी अलॉटमैंट की चर्चा
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड द्वारा पुनर्वास योजना केतहत लोगों को मलोया में बने 4960 फ्लैटों की अलॉटमैंट की जानी है। पहले प्रधानमंत्री के हाथों से ही ये अलॉटमैंट करवाए जाने का प्रयास किया जा रहा था और उसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री के भी आने की चर्चा रही।
यही कारण है कि इनकी अलॉटमैंट में देरी होती रही। पहले दिसम्बर में अलॉटमैंट की योजना थी, लेकिन बाद में इसका काम लटक गया था।
पुनर्वास योजना के तहत इतना हो चुका है काम
पुनर्वास योजना के अंदर अभी तक2006 बायोमीट्रिकसर्वे केतहत 23974 लोग सामने आए, जिनमें से 12736 मकानों का निर्माण किया जा चुका है। बोर्ड इसके अलावा इस स्कीम के अंडर शहर में आठ अलग-अलग जगहों पर 25 हजार फ्लैटों का निर्माण कर चुका है, जिसमें सैक्टर-49, सैक्टर-38वैस्ट, राम दरबार, मौलीजागरां और धनास शामिल है।